न मां सो सकी न पत्नी, पिता को भी नहीं पड़ा चैन, ऐसा है विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के घर का हाल
तमिलनाडू के कुन्नूर में हेलीकाप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के साथ न्यू आगरा सरन नगर निवासी विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान का भी निधन हो गया था। गुरुवार को उनका शव दिल्ली पहुंचा था। यहां प्रधानमंत्री ने हादसे का शिकार हुए सभी जांबाजों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान के निधन से पूरा परिवार ही नहीं, शहर शोक में डूबा है। बीते शनिवार को पृथ्वी सिंह के अंतिम संस्कार के बाद उनकी मां सुशीला, पत्नी कामिनी और पिता सुरेंद्र सिंह अन्य परिजनों का हाल बेहाल है। पूरी रात न तो मां सो सकी और न ही पत्नी। पिता भी आंखों में आंसू लिए रातभर करवटें बदलते रहे। अन्य स्वजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। स्वजनों को सांत्वना देने के लिए लोगों का आना लगातार जारी है।
तमिलनाडू के कुन्नूर में हेलीकाप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के साथ न्यू आगरा, सरन नगर निवासी विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान का भी निधन हो गया था। गुरुवार को उनका शव दिल्ली पहुंचा था। यहां प्रधानमंत्री ने हादसे का शिकार हुए सभी जांबाजों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। यहीं सभी का डीएनए टेस्ट हुआ। इसके बाद शनिवार को पृथ्वी सिंह चौहान का पार्थिव शरीर आगरा पहुंचा। पहले खेरिया हवाई अड्डे पर सेना ने उन्हें श्रद्धांजलि दी, इसके बाद अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक आवास पर रखा गया। ताजगंज, मोक्षधाम पर अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान देशभक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा। भारत माता के जयकारे गूंज उठे। शवयात्रा मार्ग पर पुष्पवर्षा की गई। बेटे अभिराज, बेटी अराध्या और ममेरे भाई पुष्पेंद्र जादौन ने मुखाग्नि दी। विंग कमांडर के निधन से पूरा शोक में डूबा है। वहीं, स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मां-पिता के साथ ही पत्नी की आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार सुबह से स्वजनों को सांत्वना देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ ही विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग भी पहुंच रहे हैं।