Janmashtami 2022 Live News: घर बैठे कान्हा के जन्म के साक्षी बनें, अब से कुछ ही देर में जन्म लेंगे कन्हैया
घर बैठे लाइव खबरों के माध्यम से बनें मथुरा- वृंदावन में कृष्ण जन्मोत्सव के साक्षी। श्रीकृष्ण जन्मभूमी पर सुबह से ही उमड़ा है आस्था का सैलाब। पैदल ही पहुंच रहे श्रद्धालु।
मथुरा, जागरण संवाददाता। जन जन के आराध्य कान्हा बंशीवाले के जन्मोत्सव के उल्लास में हर सनातनी डूबा हुआ है। मथुरा वृंदावन यानी ब्रज की धरा पर इस वक्त एक पग भी रखना अपना सौभाग्य समझा जाता है लेकिन यदि दूर शहर, राज्य या देश में हैं और अपने आराध्य के जन्मोत्सव के साक्षी बनना चाहते हैं तो यहां आपको कृष्ण जन्माष्टमी मथुरा वृंदावन की ताजा खबरें पढ़ने को मिलेगी।
शुक्रवार रात 12 बजे फिर कान्हा अपने ब्रज में जन्म लेंगे। अपने आराध्य के जन्मोत्सव में साक्षी बनने को देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु मथुरा पहुंच चुके हैं। शुक्रवार भोर होते ही फिर श्रद्धालुओं की भीड़ हर सड़क पर दिखाई दी। श्रद्धालुओं के वाहन श्रीकृष्ण जन्मस्थान के काफी पहले बनी पार्किंग में ही रोक दिए गए हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं को अपना सामान लादकर पैदल ही चलना पड़ रहा है।
आस्था की डोर में बंध खिंचे चले आ रहे श्रद्धालु पैदल बढ़ते जा रहे हैं। जय कन्हैयालाल के जयकारों से पूरा मथुरा गूंज रहा है। सुबह 10 बजे श्रीकृष्ण जन्मस्थान के आसपास लाखों की भीड़ मौजूद थी। क्या बच्चे-क्या बूढ़े क्या जवान। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लेकर आसपास के राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कान्हा की नगरी में पहुंच चुके हैं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर सुबह मंगला आरती के समय भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी और देर रात तक जनसैलाब उमड़ रहा है।
बांसुरियां की सुरीली तान पर झूमती कान्हा की नगरिया
मथुरा, जागरण संवाददाता। बांसुरिया की सुरीली तान पर कान्हा की नगरिया झूम रही है। मृदंग झांस के संग शंख वादन लाला के जन्म उत्सव में भक्ति की मिठास घोल रहा है। रासलीला श्रद्धालुओं के आकर्षण केंद्र बनी हुई है। कान्हा के स्वरूप मयूर नृत्य करके लाखों भक्तों को अपने संग नाच नचा रहे हैं।
रेल, बस और अपने निजी वाहनों से यात्री मथुरा-वृंदावन में जहां भी पहला कदम रख रहे हैं। वहीं, उनको नटवार नागर की लीलाओं के दर्शन हो रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्म के दर्शन के इंतजार में आए श्रद्धालु लीला मंचों के आगे जमे हुए हैं। किसी मंच पर बांसुरी की सुरीली धुन कर्ण प्रिय लग रही है तो कहीं लोक गायन उनको भक्ति की भाव भरी मस्ती में झूमने को विवश किए हुए है। आज चहुं दिशा कान्हा के गीत गा रही है।