निकल सकता है आगरा के जमातियों का पाक कनेक्शन, पाकिस्तानियों के साथ 11 मिले नेपाल में
नेपाल में पाकिस्तानियों के साथ पकड़े गए ताजनगरी के 11 जमाती। नेपाल पुलिस ने मस्जिद में छापा मारकर दबोचे सभी साथ रह रहे थे।
आगरा, जागरण संवाददाता। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात में आगरा से बड़ी संख्या में जमाती गए थे। स्थानीय खुफिया तंत्र पूरी तरह से यह जानकारी जुटाने में फेल साबित हो रहा है। अब तक यह संख्या केवल चार मानी जा रही थी। नेपाल में पाकिस्तान के जमातियों के साथ आगरा के 11 जमातियों के पकड़े जाने के बाद स्थानीय खुफिया एजेंसी और पुलिस प्रशासन के होश उड़े हुए हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसी नेपाल में पकड़े गए आगरा के जमातियों का पाक कनैक्शन पता करने में जुटी हैं। इनके बारे में स्थानीय स्तर से जानकारी जुटाई जा रही है।
निजामुद्दीन मरकज से लौटे जमातियों में से छह की तेलंगाना में मौत और मेरठ में एक ही परिवार के आठ सदस्यों में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद देशभर में खलबली मच गई थी। इसके बाद डीजीपी ने प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया। पुलिस और एलआइयू से आगरा से तब्लीगी जमात में गए जमातियों के बारे में रिपोर्ट मांगी थी। यहां से जो रिपोर्ट शासन को भेजी गई, उसमें पहले दिन तीन और दूसरे दिन चार जमाती दिखाए गए। ये सभी दिल्ली में ही मौजूद थे। रात में पुलिस ने शहर की आठ मस्जिदों में छापा मारकर तब्लीगी जमात से लौटे 28 जमातियों को गिरफ्तार कर लिया। इस तरह दो दिन में पुलिस ने कुल 142 जमाती क्वारंटाइन करा दिए। मगर, आगरा से जाने वालों की संख्या अभी तक चार ही बताई जा रही है। उधर, नेपाल में पुलिस ने शनिवार को एक मस्जिद में छापा मारकर 20 जमाती गिरफ्तार किए। इनमें से नौ पाकिस्तान के थे। जबकि 11 जमाती आगरा के बताए गए। सभी को 14 दिन के लिए नेपाल में ही क्वारंटाइन किया गया है। यह जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन और खुफिया एजेंसियों को सोमवार शाम को हुई। नेपाल में पकड़े गए आगरा के जमातियों ने पुलिस को बताया है कि वे तब्लीगी जमात से लौटने के बाद गोरखपुर में धर्म के प्रचार को गए थे। लॉकडाउन के बाद एक दो दिन वे वहीं रुके। इसके बाद उनके खाने पीने की दिक्कत हो रही थी। उन्हें किसी ने राय दी कि नेपाल में लॉकडाउन नहीं है। इसलिए वे नेपाल में चले गए। वहां जिस मस्जिद में पाकिस्तानी जमाती ठहरे थे, उसी में वे भी ठहर गए। पुलिस अभी उनके द्वारा दी गई जानकारी की पुष्टि कर रही है। नेपाल पुलिस ने यहां के अधिकारियों से संपर्क किया। इसके बाद आगरा से गए जमातियों का इतिहास खंगाला जा रहा है। सवाल यह उठ रहा है कि नेपाल में मस्जिद में ठहरे 11 जमातियों के स्वजनों ने यहां स्थानीय पुलिस प्रशासन को उनके वहां रुकने की जानकारी क्यों नहीं दी?
पाक कनैक्शन पर हो सकती है कार्रवाई
आगरा से तब्लीगी जमात में गए जमातियों के नेपाल में पाक जमातियों के साथ मिलने से कई सवाल खडे़ हो रहे हैं। खुफिया एजेंसी वहां मिले जमातियों की पूरी कुंडली तैयार कर रही हैं। अगर उनका पाक जमातियों से संपर्क निकला तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
नेपाल में 256 पाकिस्तानी लापता
नेपाल में आने के बाद करीब 256 पाकिस्तानी नागरिक लापता हो गए हैं। नेपाल पुलिस इनकी तलाश कर रही है, लेकिन उनका कोई लोकेशन नहीं मिल रहा है। नेपाल पुलिस के मुताबिक यह लोग नेपाल में धर्म के प्रचार व टूरिस्ट वीजा लेकर नेपाल घूमने आए थे।