ताजमहल तो देखा पर ‘बेबी ताज’ नहीं देखा, ताज के दीदार को आगरा आए पर्यटकों को लुभा न पाए अन्य स्मारक
वित्तीय वर्ष 2015-16 से वित्तीय वर्ष 2021-22 के 7 वर्षों में जहां ताजमहल में 3.42 करोड़ पर्यटक आए वहीं उसके नजदीक ही स्थित आगरा किला में उससे आधे भी पर्यटक नहीं पहुंच पाए। वहां पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या कुल 1.58 करोड़ थी।
आगरा, जागरण टीम। दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल का दीदार करने लाखों पर्यटक आते हैं। आगरा में मौजूद ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी आदि विश्व स्तरीय पहचान रखते हैं। इन स्मारकों का आकर्षण घरेलू के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर खींच लेता है, लेकिन आगरा में अन्य ऐसे कई स्मारक ऐसे हैं, जिसे विशेष आकर्षण तो रखते हैं, लेकिन पर्यटकों को लुभा नहीं पाए या यूं कहें इनको इतनी तवज्जो नहीं मिली, जितनी ताजमहल को मिली।
दरअसल, वित्तीय वर्ष 2015-16 से वित्तीय वर्ष 2021-22 के 7 वर्षों में जहां ताजमहल में 3.42 करोड़ पर्यटक आए, वहीं उसके नजदीक ही स्थित आगरा किला में उससे आधे भी पर्यटक नहीं पहुंच पाए। वहां पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या कुल 1.58 करोड़ थी।
विश्वदाय स्मारक फतेहपुर सीकरी में ताजमहल की अपेक्षा लगभग 12.5 प्रतिशत पर्यटक पहुंचे, जिनकी संख्या 42.90 लाख ही थी। अकबर के मकबरे में 22.33 लाख, मेहताब बाग में 14.33 लाख, एत्माद्दौला में 12.78 लाख, रामबाग में 4.35 लाख और मरियम के मकबरे में कुल 2.37 लाख पर्यटक ही देखने के लिए पहुंचे। यह खुलासा सूचना अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के द्वारा दी गई सूचना में हुआ है।
आगरा में 8 स्मारकों पर लगता है एएसआई टिकट
यह सूचना वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन को एएसआई से प्राप्त हुई है। सूचना में उल्लेख किया गया कि देश में एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारकों की संख्या 3696 है, जिसमें से 143 स्मारक हैं। आगरा में 8 स्मारकों पर एएसआई टिकट लगाता है, जो ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, अकबर का मकबरा, मेहताब बाग, एत्माद्दौला (बेबी ताज), रामबाग और मरियम का मकबरा हैं।
1000 में केवल 7 लोगों ने देखा मरियम का मकबरा
वित्तीय वर्ष 2015-16 से लेकर 2021-22 के मध्य पर्यटकों की संख्या देखें तो ताजमहल की अपेक्षा अन्य टिकट वाले संरक्षित स्मारकों को देखने वालों की संख्या कम थी। संख्या को यदि देखा जाए तो यदि इस अवधि में ताजमहल को देखने वाले 1000 व्यक्ति थे, तो आगरा किला केवल 463 लोगों ने देखा व फतेहपुर सीकरी 125 लोगों ने ही देखा, अकबर के मकबरे को ताजमहल के सापेक्ष में कुल 65 लोगों ने देखा और मेहताब बाग को 42 लोगों ने, एत्माद्दौला को 37 लोगों ने, रामबाग को 13 लोगों ने और मरियम के मकबरे को केवल 7 लोगों ने ही देखा।
इन आंकड़ों से यह भी जाहिर है कि एएसआई के द्वारा आगरा के स्मारकों से 7 वर्ष में 560.64 करोड़ रूपये प्राप्त हुए जिसमें से अकेले ताजमहल से प्राप्त राजस्व 334.55 करोड़ रुपये था। आंकड़ों से यह भी स्पष्ट होता है कि हमारे केन्द्रीय एवं राज्य पर्यटन विभाग ताजमहल के अतिरिक्त अन्य स्मारकों तक पर्यटकों को आकर्षित नहीं कर सका और उसकी नीतियां अधूरी रहीं। फतेहपुर सीकरी, एत्माद्दौला, सिकन्दरा मकबरा को देखकर पर्यटक प्रभावित हुए बिना नहीं रहता है लेकिन फिर भी उनको देश विदेश के पर्यटकों को नहीं दिखा सके।
एडीएफ की ओर से दिया गया सुझाव
इस विषय को लेकर आगरा डेवलपमेन्ट फाउंडेशन (एडीएफ) के सचिव व वरिष्ठ अधिवक्ता जैन द्वारा एक पत्र केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी को भी भेजा गया है, जिसमें यह कहा गया कि आगरा अनेक समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का घर है, लेकिन हालिया आंकड़ों से यह पता चलता है कि आगरा आने वाले अधिकांश पर्यटक केवल ताजमहल ही देखते हैं और अन्य स्मारकों को बिना देखे चले जाते हैं। इसके लिए एडीएफ की ओर से कुछ सुझाव भी दिए गए हैं।
अधिक से अधिक जागरुकता पैदा करें
ताजमहल से परे स्मारकों के ऐतिहासिक महत्व, वास्तुशिल्प प्रतिभा और सांस्कृतिक विविधता पर प्रकाश डालते हुए एक व्यापक जागरूकता अभियान लागू करें। इन कम ज्ञात आकर्षणों को बढ़ावा देने के लिए टेलीविजन, प्रिंट मीडिया और सोशल मीडिया सहित विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करें।
टूर पैकेज और यात्रा कार्यक्रम
आगरा में कई स्मारकों को शामिल करने वाले विविध टूर पैकेज और यात्रा कार्यक्रम बनाने के लिए ट्रैवल एजेंसियों, टूर ऑपरेटरों और ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म को प्रोत्साहित करें। इन पैकेजों को शहर की विविध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करते हुए एक पूर्ण अनुभव प्रदान करने के लिए डिजाइन किया जाना चाहिए।
बढ़ी हुई कनेक्टिविटी
आगरा में सभी प्रमुख स्मारकों को कवर करने वाली हॉप-ऑन और हॉप-ऑफ बस सेवाओं को शुरू करके शहर के भीतर कनेक्टिविटी में सुधार करें। यह पर्यटकों के लिए आसान पहुंच की सुविधा प्रदान करेगा, उन्हें ताजमहल से परे अन्वेषण करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
मार्गदर्शक और सूचना केंद्र
प्रत्येक स्मारक पर सूचना केंद्र स्थापित करें और जानकार स्थानीय गाइड तैनात करें, ताकि आगंतुकों को इन आकर्षणों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सके। यह आगंतुक अनुभव को बढ़ाएगा और आगरा की विरासत के लिए प्रशंसा को बढ़ावा देगा।
सहयोगात्मक प्रयास
एएसआई, आगरा विकास प्राधिकरण, केंद्र और राज्य के पर्यटन विभागों, स्थानीय समुदायों और निजी हितधारकों के बीच कम प्रसिद्ध स्मारकों पर बुनियादी ढांचे, साइनेज और सुविधाओं को विकसित करने और बनाए रखने के लिए सहयोग को प्रोत्साहित करें। यह समग्र आगंतुक अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि इन साइटों को वह ध्यान मिले जिसके वे हकदार हैं।