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Inter State Drug Supplier: ओडिसा से लाकर ब्रज में सस्ता नशा बांट रहे तस्कर

तीन माह में 1032 किग्रा. गांजा बरामद कर पांच को जेल भेज चुकी है एसटीएफ। जीआरपी ने भी आठ बार में तस्करों से बरामद किया है 180 किग्रा गांजा।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 06:29 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 06:29 PM (IST)
Inter State Drug Supplier: ओडिसा से लाकर ब्रज में सस्ता नशा बांट रहे तस्कर
Inter State Drug Supplier: ओडिसा से लाकर ब्रज में सस्ता नशा बांट रहे तस्कर

आगरा, जागरण संवाददाता। अनलॉक के बाद लोगों पर राेजगार की कमी है और आर्थिक रूप से भी खुद को समृद्ध महसूस नहीं कर रहे। ऐसे में भी ब्रज में सस्ते नशे की तस्करी खूब फल फूल रही है। ओडिसा से कभी चावलों तो कभी किसी अन्य वस्तु की आड़ में गांजे की भारी मात्रा यहां लाई जा रही है। पांच गुने मुनाफा कमाकर तस्कर मालामाल हो रहे हैं। वहीं इसकी गिरफ्त में फंसे लोग कंगाल हो रहे हैं। अनलॉक से अब तक जिले में बरामद हुए तस्करी के गांजे को ही देखें तो डरावनी तस्वीर दिख रही है। जबकि हकीकत इससे भी डरावनी हो सकती है। कुख्यात अपराधियों को पकड़ने के टास्क करने वाली स्पेशल टास्क फोर्स भी अब इन नशे के तस्करों को पकड़ने पर ध्यान दे रही है। जून से अब तक तीन थाना क्षेत्रों में एसटीएफ ने अलग- अलग तिथियों में 1032 किग्रा गांजा बरामद कर पांच आरोपितों को जेल भेजा। वहीं जीआरपी ने आठ बार में 180 किग्रा गांजा बरामद कर दर्जनभर जेल भेजे। जेल भेजे गए तस्करों के गुर्गों से पूछताछ में पता चला था कि वे ओडिसा के सिमली गौहा, अड़वा और विशाखापट्टनम से यह गांजा लाते हैं। वहां से गांजा दो हजार रुपये प्रतिकिग्रा मिलता है। इसे तस्कर यहां ट्रकों में छिपाकर लाते हैं और 10 हजार रुपये प्रतिकिग्रा बेचा जाता है। पूरे ब्रज में करीब सौ तस्कर हैं। इनके गुर्गे छोटे-छोटे स्थानों पर पुड़ियां बनाकर बेचते हैं। इसकी कीमत 20-50 रुपये रखी जाती है। जिससे नशे के शौकीन आसानी से खरीद सकें। आगरा, मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी के साथ-साथ हाथरस और अलीगढ़ में भी इसकी खास डिमांड है। पिछले कुछ दिनों में डिमांड इसलिए बढ़ी है क्योंकि इसका नशा करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। चिलम के साथ-साथ अब सिगरेट को खाली करके गांजा भरकर कश लेने वाले युवा भी अब इसे खरीद रहे हैं।

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नहीं पकड़े जाते तस्कर

गांजा तस्करी करने वाले तस्कर पुलिस की पकड़ में नहीं आते। हर बाद ट्रक चालक या उनके गुर्गे पकड़े जाते हैं। एक व्यक्ति को तस्कर बताकर नाम खोला जाता है। मगर, वह तस्कर नहीं पकड़ा जाता। इसीलिए इनका पूरा नेटवर्क अभी तक खत्म नहीं हो पा रहा। गुर्गों को पकड़ने के बाद जांच आगे नहीं बढ़ती।

कहां कितना बरामद हुआ

- 29 जून को सैंया क्षेत्र से एसटीएफ ने ट्रक से 258 किग्रा गांजा बरामद किया।

- 31 जुलाई को एसटीएफ ने ताजगंज क्षेत्र से गुजर रहे तस्करों के ट्रक को पकड़ा। इसमें से 273 किग्रा गांजा बरामद हुआ।

-दो अगस्त को सिकंदरा थाना क्षेत्र से गुजर रहे चावल से भरे ट्रक को रोककर एसटीएफ ने 501 किग्रा गांजा बरामद किया।

- अनलॉक से अब तक जीआरपी 180 किग्रा गांजा बरामद कर चुकी है।

गांजा तस्करी रोकने के लिए सभी जिलों के कप्तानों को पत्र भेजा जाएगा। इसके पूरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए निर्देशित किया जाएगा।

अजय आनंद, एडीजी 


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