जानिये कैसे सऊदी अरब में हज के हुजूम में पहचाने जाएंगे भारतीय यात्री
इस बार धूप से बचने को मिना में दिया जाएगा तिरंगा छाता। एक्स-रे और खून की जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म।
आगरा, राजीव शर्मा। इस साल हज पर जाने वाले भारतीय यात्रियों का छाता ही उनकी राष्ट्रीयता की पहचान कराएगा। सऊदी सरकार उन्हें मिना (सऊदी अरब का पवित्र शहर) में तिरंगा छाता देगी। जो उन्हें धूप से बचाने के साथ ही खास पहचान भी देगा। हज यात्रियों को एक्स-रे और खून की जांच भी नहीं करानी पड़ेगी।
हज यात्रा पांच जुलाई से शुरू होगी। प्रदेश से 30,836 लोगों ने हज के लिए आवेदन किया है। हज के लिए सऊदी अरब में दुनिया भर से यात्री पहुंचते हैं, ऐसे में भारतीय यात्रियों की पहचान अलग से नहीं हो पाती। इस समस्या को दूर करने के लिए सऊदी सरकार ने तय किया है कि मिना पहुंचने वाले सभी भारतीय यात्रियों को तिरंगे झंडे के रंगों वाला छाता दिया जाएगा।
मुंबई में सोमवार से शुरू हुई हज कमेटी ऑफ इंडिया की दो दिवसीय कार्यशाला में शामिल रहे मौलाना आलम मुस्तफा याकूबी ने 'जागरण' को बताया कि इस साल सभी यात्रियों को मेट्रो ट्रेन की सुविधा देने पर भी सऊदी सरकार विचार कर रही है।
फीरोजाबाद निवासी मौलाना याकूबी हज सेवा समिति के प्रदेश महासचिव हैं और वह प्रदेश के चीफ मास्टर ट्रेनर के रूप में कार्यशाला में शामिल होने गए हैं। उन्होंने फोन पर बताया कि हज कमेटी ऑफ इंडिया ने कुछ दिन पूर्व निर्देश जारी किए थे कि प्रत्येक हज यात्री को अब एक्स-रे और खून की जांच करानी होगी, लेकिन विरोध के कारण इसकी अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। अब एमबीबीएस डॉक्टर द्वारा जारी फिटनेस प्रमाण पत्र भी मान्य होगा। कार्यशाला में केंद्रीय अल्प संख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, भारतीय काउंसलेट जनरल नूर रहमान शेख, हज कमेटी के चेयरमैन महबूब कैशर आदि मौजूद रहे।