Positive India: Whatsapp पर लग रही ओपीडी, घर बैठे मिल रहा परामर्श
आइएमए ने मरीजों की लिए शुरू की है घर बैठे परामर्श की सुविधा। हर दिन करीब 30 लोग डॉक्टरों से ले रहे राय।
आगरा, जागरण संवाददाता। लॉक डाउन में बीमार लोगों के लिए आइएमए आगरा शाखा की पहल से मरीजों को बड़ी राहत मिली है। मरीज घर बैठे ही वाट्स एप के जरिए डॉक्टर से परामर्श ले रहे हैं। दवा के लिए भी घर से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। शुक्रवार को भी आइएमए की वीडियो कॉल ओपीडी के जरिए 40 मरीजों को अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने परामर्श दिया।
लॉक डाउन में घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में आइएमए के ई क्लीनिक में वाट्स एप नंबर 7830067676 पर मैसेज कर कोई भी मरीज डॉक्टर से परामर्श ले सकता है। आइएमए सचिव डॉ. संजय चतुर्वेदी ने बताया कि इस नंबर मरीज अपना नाम, फोन नंबर और पता का मैसेज करते ही उनके पास डॉक्टर और उनकी टाइमिंग का पूरा चार्ट पहुंच जाता है। इसमें मरीज अपने अनुसार फोन पर परामर्श ले सकते हैं। आइएमए के मीडिया प्रभारी डॉ. पंकज नगाइच ने बताया कि हर दिन औसतन 30 मरीज इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। इसके अलावा दवा और एंबुलेंस के लिए भी नंबर दिए गए हैं। यह सेवा पूरी तरह से निश्शुल्क है।
पूरा होता है फॉलोअप
आइएमए की सेवा का लाभ लेने वाले मरीज का पूरा फॉलो अप होता है। इसकी मॉनीटरिंग होती है। मॉनीटरिंग का काम देख रहे देवेंद्र ढल ने बताया कि मरीज का नाम पता नोट किया जाता है। उसने फोन कर पूछा जाता है। जब वह पूरी तरह से संतुष्ट होते हैं और ठीक जो जाते हैं तब उनकी फाइल बंद की जाती है।
यह आए सवाल
मरीज- कल से जुकाम है और हल्का बुखार भी। दवा लेने पर ठीक हो जाता है। बाद में फिर बढ़ जाता है।
डॉक्टर - जो दवाएं बताई हैं, उसे तीन दिन लें। गर्म पानी से कुल्ले करें। आराम न मिले तो जिला अस्पताल में टीबी चेस्ट विभाग में दिखाएं।
मरीज- पिताजी की उम्र 58 वर्ष है। ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। सीने में दर्द उठकर बाजू में जा रहा है।
डॉक्टर - किसी पास के हॉस्पीटल में ईसीजी कराकर खून की जांच कर रिपोर्ट वाट््स एप करें। इमरजेंसी के लिए जो दवाएं बताई हैं, उन्हें दें।
मरीज- मेरी 15 साल की बेटी को अनियमित महावारी हो रही है। बहुत कमजोरी आ रही है।
डॉक्टर - इस उम्र में ऐसी परेशानी हो सकती है। पोषण सही करें। तनाव न लें, खुश रहने को कहे।
मरीज - उम्र 82 साल है। सांस की बीमारी है। कई दिनों से सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
डॉक्टर - जो दवाएं बताई हैं, उन्हें लें। नेबोलाइजर का प्रयोग करें। दो-तीन दिन में आराम न मिले तो दोबारा संपर्क करें।
मरीज - रात को शरीर पर दाने हो जाते हैं। खुजली होती है।
डॉक्टर - एलर्जी हो सकती है। जो दवा दी है सात दिन तक लें।