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निजी कोविड अस्पतालों में मरीजों से जमकर वसूली

एंबुलेंस का एक किमी का चार्ज 3500 रुपये दवा और जांच के बिल से तीमारदार परेशान -रोजाना 15 से 25 हजार रुपये की मंगाई जा रहीं दवाएं

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Apr 2021 11:30 PM (IST)Updated: Sat, 24 Apr 2021 11:30 PM (IST)
निजी कोविड अस्पतालों में मरीजों से जमकर वसूली

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमित मरीजों की उखड़ती सांसों से स्वजन परेशान हैं। ऐसे में एंबुलेंस चालक से लेकर हास्पिटलों तक में मरीजों से जमकर वसूली की जा रही है। मरीज को एक से दूसरे हास्पिटल में शिफ्ट करने के लिए 3500 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। अस्पताल में सुबह, शाम शुगर की जांच सहित अन्य जांचों के तीन से चार हजार रुपये लिए जा रहे हैं। वहीं, दवाओं का बिल 15 से 25 हजार रुपये हर रोज आ रहा है।

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कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने के लिए तीमारदार भटक रहे हैं। एंबुलेंस चालकों ने भी कमाई शुरू कर दी है, एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी से दिल्ली गेट के अस्पताल में मरीज शिफ्ट करने के 3500 रुपये तक लिए जा रहे हैं। यहां बेड न मिलने पर मरीज दूसरे हास्पिटल में जाना चाहता है तो 3500 रुपये देने के लिए कहा जा रहा है।

उधर, निजी कोविड हास्पिटल में भर्ती मरीजों के स्वजन जांच और दवा के पर्चे से परेशान हैं। एक निजी कोविड हास्पिटल में भर्ती मरीज के तीमारदार ने बताया कि दिन में दो बार शुगर की जांच कराई जा रही थी। रिपोर्ट सामान्य थी, डाक्टर से दो बार जांच कराने का कारण पूछा, डाक्टर ने कह दिया कि उन्होंने दो बार जांच कराने के लिए नहीं कहा है। तीन से पांच हजार रुपये की पैथोलाजी की जांच हर रोज कराई जा रही हैं। वहीं, कोरोना का इलाज नहीं है। इसके बाद भी 20 से 30 हजार की दवाओं का पर्चा तीमारदारों को दिया जा रहा है। लोगों की अस्पतालों में पैसे देते हालत खराब हो रही है।


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