Move to Jagran APP

होली पर 'जहर' खपाने की थी तैयारी, स्कूल में ही बना दी अवैध शराब फैक्ट्री Agra News

शमसाबाद के गढ़ी जहान सिंह में पकड़ी फैक्‍ट्री। 10 रुपये में तैयार हो रहा था एक पौव्वा बेच रहे थे 25 में। सो रहा था आबकारी विभाग दुकानों पर हो रही थी सप्लाई।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 07 Mar 2020 09:37 AM (IST)Updated: Sat, 07 Mar 2020 09:37 AM (IST)
होली पर 'जहर' खपाने की थी तैयारी, स्कूल में ही बना दी अवैध शराब फैक्ट्री Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। शराब माफिया ने होली पर नकली शराब (जहर) बनाने को स्कूल में अवैध शराब फैक्ट्री खोली थी। शराब तैयार करने से लेकर उसको खपाने तक की अलग-अलग जिम्मेदारियां बांटी गईं। कई खेप वे आगरा और आसपास के जिलों में पहुंचा चुके थे। होली पर इस जहर को खपाने की पूरी तैयारी थी। मगर, पुलिस ने इससे पहले ही भंडाफोड़ कर दिया। अब पुलिस नेटवर्क के बारे में जानकारी कर रही है।

loksabha election banner

शमसाबाद के गढ़ी जहान सिंह में स्थित एसएसएनडी स्कूल के तीन कमरों में पूरी अवैध शराब फैक्ट्री थी। शराब तैयार करने से लेकर उसकी पैकिंग और सप्लाई तक का पूरा इंतजाम था। ड्रमों में अल्कोहल और बनी शराब रखी थी। पुलिस ने मौके से दस लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि देवीराम और उसके भतीजे भोला ने नकली शराब बनाने का धंधा शुरू किया था। शराब बनाने की विधि भोला ने बताई। दिल्ली से अल्कोहल और स्प्रिट मंगाते थे। एसेंस, रंग पानी में मिलाकर उसमें अल्कोहल और स्प्रिट मिलाते थे। एल्कोमीटर से इसकी तीब्रता की जांच कर लेते थे। दिल्ली से ही खाली पौव्वे मंगाए जाते थे। इनमें शराब भरकर ढक्कन लगाने के बाद नकली रैपर और नकली क्यूआर कोड लगा देते थे। होली के लिए इतनी बड़ी तैयारी की गई थी। इस तरह दस रुपये की लागत में एक देसी शराब का पौव्वा बनाकर तैयार कर देते। इसको 25 रुपये में शराब की दुकानों पर सप्लाई किया जाता था। गुरुवार को ही एक खेप पटियाली में पहुंचाई गई थी। आगरा के साथ-साथ फीरोजाबाद, एटा में इसकी सप्लाई की जानकारी हुई है। अभी अन्य जिलों में सप्लाई की जानकारी की जा रही है।

तीन थानों के बार्डर पर खोली फैक्ट्री

अवैध शराब फैक्ट्री शमसाबाद में इरादत नगर और ताजगंज थाना क्षेत्र के बॉर्डर पर थी। यहां इसलिए खोली गई थी, जिससे पुलिस भ्रमित हो जाए।

500 रुपये दिहाड़ी पर आते थे मजदूर

शराब फैक्ट्री में मजदूर भी काम करते थे। एक मजदूर को पांच सौ रुपये की दिहाड़ी दी जाती थी।

ये हुई बरामदगी

- 40200 पौव्वों के नए ढक्कन

- 27040 खाली प्लास्टिक के पौव्वे, 2.84 लाख रुपये,

-एक बोलेरो गाड़ी, एक वैगनआर कार,

- 2790 देशी शराब के पौव्वे भरे हुए

- तीन प्लास्टिक के ड्रम में करीब 600 लीटर मिश्रित अल्कोहल और स्प्रिट।

- 10 हजार लीटर मिश्रित अल्कोहल और स्प्रिट।

- पांच बोतल एसेंस, एक कैन में मिश्रित अल्कोहल और स्प्रिट में घोलने वाला कलर करीब दस किग्रा

- शराब के पौव्वों के ऊपर लगाए जाने वाले रैपर

- दो बीकर, एक तीब्रता पैमाना, ढक्कन सील करने वाली मशीन, एक आरओ मशीन, छह प्लास्टिक की टोंटी लगी हुई कैन।

गिरफ्तार करने वाली टीम

सर्विलांस प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह, एसओ शमसाबाद अरविंद निर्वाल, एसआइ राजकुमार गिरी, एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित, एसआइ राहुल कटियार, एसआइ राजकुमार बालियान, एसआइ सुमित कुमार, एसआइ अनुभव सिंह, कांस्टेबल हृदेश, अमित, सचिन, आशुतोष शामिल रहे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.