Pollution in Agra: CPCB को मिला आगरा का बुरा हाल, कचरे का अवैध निस्तारण बढ़ा रहा प्रदूषण
Pollution in Agra शहर में कचरे का हो रहा अवैध निस्तारण। सीपीसीबी को शहर में मिला बुरा हाल जल रहा था कचरा। वातावरण प्रदूषित होने के साथ बढ़ रहा है वायु प्रदूषण। 16 19 और 24 अक्टूबर को शहर में अलग-अलग स्थानों पर निरीक्षण किया था।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में कचरे का अवैध निस्तारण किया जा रहा है। लैंडफिल साइट ले जाने की जगह कचरे को शहर के अंदर ही ठिकाने लगाया जा रहा है। खाली प्लाटों में कूड़ा डंप करने के साथ जलाया जा रहा है। इससे वातावरण प्रदूषित होने के साथ वायु लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा शहर में वायु प्रदूषण बढ़ने के बाद प्रदूषक स्रोतों की जांच को दो टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों ने 16, 19 और 24 अक्टूबर को शहर में अलग-अलग स्थानों पर निरीक्षण किया था। टीमों को शहर में जगह-जगह सड़कों के किनारे कचरे के ढेर मिले। कचरे को आग लगाकर निस्तारित किया जा रहा था। यह स्थिति तब है जबकि ताज ट्रेपेजियम जोन (टीटीजेड) में कूड़ा जलने पर रोक लगी हुई है। सीपीसीबी के प्रभारी अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि प्रदूषण के स्रोतों और उन पर नियंत्रण को रिपोर्ट तैयार कर टीटीजेड चेयरमैन को भेजी गई है। निरीक्षण में कई जगहों पर कूड़ा जलते हुए मिला है।
यहां जलता मिला कचरा और उसका अवैध निस्तारण
-मारुति एस्टेट रोड
-अवधपुरी
-वासन फैैक्ट्री के सामने बोदला
-बोदला-बिचपुरी रोड
-शास्त्रीपुरम आवासीय एवं औद्योगिक क्षेत्र।
कचरे का वातावरण पर प्रभाव
-कचरा सड़ने से दुर्गंध उठती है।
-वातावरण में फैल कर गंदगी एवं दुर्गंध फैलाना।
-कचरा जलने से वायु प्रदूषण की वृद्धि, श्वसनीय निलंबित कणों की मात्रा बढ़ना।
-हानिकारक गैसों का उत्सर्जन।
यह होने चाहिए उपाय
-कचरा एकत्र करने की उचित व्यवस्था एवं उसे रिसाइकिल किया जाना।
-कचरे का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण।
-अवैध रूप से कचरा निस्तारण करने या जलाने पर रोक लगाना।
-म्यूनिसिपल सोलिड वेस्ट हैंडलिंग रूल्स, 2016 का अनुपालन