होना है ड्राइविंग लाइसेंस के इम्तिहान में पास तो पहले इंटरनेट पर करें अभ्यास Agra News
प्रशिक्षु लाइसेंस के आने वाले आवेदकों को नहीं होती है टेस्ट में आने वाले सवालों की जानकारी। इंटरनेट पर तमाम वेबसाइट पर टेस्ट के अभ्यास की है व्यवस्था।
आगरा, जागरण संवाददाता। आरटीओ ऑफिस में प्रशिक्षु लाइसेंस का टेस्ट देने आए आवेदकों को यही पता नहीं होता है कि टेस्ट में क्या होगा। बिना किसी तैयारी के सीधे कंप्यूटर के सामने बैठ जाते हैं और नतीजतन विफल हो जाते हैं। यदि वह टेस्ट से पहले थोड़ा सा दिमाग का प्रयोग करें तो असफलता का सवाल ही नहीं उठता है।
आधुनिकता के दौर में इंटरनेट पर तमाम साइट ऐसी हैं जिन पर आरटीओ में होने वाली टेस्ट के पैटर्न पर ही लर्निंग लाइसेंस का टेस्ट होता है। इसमें यातायात संबंधी सवाल ही आते हैं। यदि आवेदक एक दो बार इंटरनेट पर टेस्ट देकर अभ्यास कर लें तो एक ही बार में सफल हो जाएंगे। इसके अलावा परिवहन विभाग की वेबसाइट सारथी पर भी टेस्ट के अभ्यास की व्यवस्था है, लेकिन जानकारी के अभाव में आवेदक इसका प्रयोग ही नहीं करते हैं।
50 में से 30 ने दिया बिना तैयारी के टेस्ट
'दैनिक जागरण' ने चार दिन में इस संबंध में एक सर्वे किया। इस दौरान करीब 50 आवेदकों से टेस्ट से पहले तैयारी करने का सवाल पूछा तो 30 ने नहीं में जवाब दिया। जबकि 15 ऐसे थे जो कि दूसरी बार टेस्ट देने के बाद सफल हुए। जबकि पांच ऐसे आवेदक थे जो कि बिना तैयारी के ही आए और एक ही बार में सफल हो गए।
कैसे करें लर्निंग टेस्ट का अभ्यास
परिवहन विभाग की वेबसाइट सारथी को मोबाइल या कंप्यूटर पर खोलें। इसमें लर्निंग लाइसेंस के ऑप्शन को ओके करें। यहां लर्निंग लाइसेंस टेस्ट का ऑप्शन होता है। इसे ओके करें और टेस्ट की तैयारी शुरू कर दें।
क्या करें विफल होने पर
यदि आप लर्निंग टेस्ट में विफल हो गए हैं तो भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। एक सप्ताह के अंदर 50 रुपये की री टेस्ट की फीस कटवाएं और टेस्ट की तारीख लेकर पुन: तैयारी के साथ टेस्ट दे सकते हैं।
टेस्ट देने के लिए आने वाले आवेदकों को बोर्ड में लिखे यातायात संबंधी चिह्नों को पढऩे के लिए बोला जाता है, लेकिन कोई ध्यान ही नहीं देता। इसके अलावा विभाग की वेबसाइट पर भी व्यवस्था है। लर्निंग का टेस्ट देने से पहले आवेदक को तैयारी करनी चाहिए।
अशोक कुमार, आरटीओ (प्रशासन)
जानकारी ही नहीं थी कि टेस्ट में क्या होगा। इसलिए विफल हो गया।
सोनू, हरीनगर नैनाराजाट
टेस्ट रूम के बाहर लगा बोर्ड काफी देर तक पढ़ा और समझा। टेस्ट में भी वही सवाल आए।
दिशांत, अगली अजीता, बोदला
भाई पुलिस में है उसने पहले ही ट्रेफिक नियमों की जानकारी दी, इसलिए पास हो गई।
आरती, कालिंदी विहार
स्कूल में ट्रेफिक नियमों के बारे में समझाया जाता है। किताब भी पढ़ी। इसलिए पास हो गई।
संध्या, कालिंदी विहार