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सावधान, ताज घूमने जाएं तो खुद करें अपनी सुरक्षा

आगरा: विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का दीदार करने जाएं तो सावधान रहें। यहां विचरण करते आवारा जानवर कभी भी हमला कर सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Aug 2018 08:00 AM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 08:00 AM (IST)
सावधान, ताज घूमने जाएं तो खुद करें अपनी सुरक्षा
सावधान, ताज घूमने जाएं तो खुद करें अपनी सुरक्षा

आगरा: विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का दीदार करने जाएं तो सावधान रहें। यहां विचरण करते आवारा जानवर कभी भी हमला बोल सकते हैं। सोमवार को दो महिला सैलानियों पर हमले की घटनाओं के बाद भी जिम्मेदार अफसरों के कान पर जूं नहीं रेंगी। एएसआइ ने फिर से नगर निगम को पत्र लिख इतिश्री कर ली है। पिछले चार महीने में यह पांचवीं चिट्ठी है। निगम के अलावा इस बारे में कमिश्नर और जिलाधिकारी को भी लिखा जा चुका है लेकिन आवारा जानवरों को पकड़ने के लिए किसी भी स्तर पर हलचल नहीं है। पुलिस भी लिख चुकी है पत्र

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ताज के अंदर और बाहर बंदर, कुत्तों और सांड़ों के हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इसे लेकर एएसआई जहां निगम को हर महीने पत्र लिख रहा है। वहीं ताज सुरक्षा पुलिस भी इस बारे में निगम को लिखकर इन्हें पकड़वाने की मांग कर चुकी है। कब-कब लिखे गए पत्र

- 22 मई 2018 को एएसआइ ने निगम को बंदर पकड़ने को पत्र लिखा। कोई कार्रवाई नहीं हुई।

- 12 जून को एएसआइ ने विभाग के डीजी को पत्र लिखा। इसकी सीसी मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के साथ नगर निगम और आगरा विकास प्राधिकरण को भी भेजी गई। इसके बाद भी हालात जस के तस रहे।

- 16 जुलाई को फिर से विभाग ने बंदर के हमले की घटना के बाद पत्र लिखा। निगम की रिसीप्ट भी मिली। पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

- 27 अगस्त को विभाग ने पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है। दो साल से अटका पड़ा है प्रोजेक्ट

वाइल्ड लाइफ एसओएस को दो साल पहले बंदर पकड़ने का प्रोजेक्ट एडीए की ओर से दिया गया था। वाइल्ड लाइफ एसओएस के प्रोजेक्ट मैनेजर वसीम अकरम ने बताया कि प्रोजेक्ट के पहले चरण के लिए राशि भी मंजूर हो चुकी है। चुरमुरा में एसओएस ने प्रोजेक्ट के तौर पर हॉस्पिटल खोलकर बंदरों के वैक्सीनेशन और स्टरलाइजेशन की व्यवस्था की है लेकिन प्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से अभी तक अनुमति नहीं मिली है। बंदर और आवारा कुत्ते पकड़ने का कार्य नगर निगम को करना है। निगम को हमारी तरफ से कई बार पत्र व्यवहार किया। व्यवहारिक रूप से भी बताया गया। अब फिर से इस बात को उठाया गया है।

बसंत कुमार, अधीक्षण, पुरातत्वविद पर्यटकों के साथ इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। ताज के आसपास आवारा सांड़, बंदर और कुत्ते घूमते हैं। इन्हें पकड़ने के लिए हम भी कई बार नगर निगम को पत्र लिखे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

प्रभात कुमार, सीओ, ताज सुरक्षा


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