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ससुराल तभी जाऊंगी जब स्मार्ट फोन दोगे लाकर, जानिये कैसे पति पत्नी के समझौता फोन पर अटका

समझौते के बाद पत्नी की शर्त से सकते में आए परामर्श दाता। एक अन्य मामले में हुआ समझौता, केंद्र से ससुराल गई पत्नी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 02:18 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 02:18 PM (IST)
ससुराल तभी जाऊंगी जब स्मार्ट फोन दोगे लाकर, जानिये कैसे पति पत्नी के समझौता फोन पर अटका
ससुराल तभी जाऊंगी जब स्मार्ट फोन दोगे लाकर, जानिये कैसे पति पत्नी के समझौता फोन पर अटका

आगरा, जेएनएन। परामर्श दाताओं की कोशिश के बाद दंपती के बीच सारे गिले शिकवे दूर हो गए, लेकिन बात मोबाइल फोन पर अटक गई। पत्नी ने चलने से पहले मोबाइल की मांग की। पति ने असमर्थता जताई तो बात फिर बिगड़ गई। परामर्श दाता तीन घंटे तक समझाते रहे, लेकिन पत्नी ने बिना मोबाइल फोन ससुराल जाने से इन्कार कर दिया। एक अन्य मामले में दंपती के बीच सुलह हो गई। दोनों को विदा कर दिया गया।

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मैनपुरी के बेवर की निवासी अफसाना का विवाह पांच साल पहले आगरा के इम्तियाज के साथ हुआ था। छह महीने पहले पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया। अफसाना का आरोप है कि ससुराली जन उसका उत्पीडऩ करते थे। उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया था। अफसाना की शिकायत पर मामला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में संचालित परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा। शनिवार को मामले की सुनवाई हुई।

11 बजे परामर्श देना शुरू किया गया। एक घंटे में ही पति-पत्नी के बीच गिले शिकवे दूर हो गए। दोनों के परिजन भी खुश थे। अफसाना ने अचानक शर्त रख दी कि पहले पति स्मार्ट फोन दिलवाए, तभी साथ चलेगी। इम्तियाज ने समझाते हुए कहा कि हम दोनों एक ही फोन इस्तेमाल कर लेगी। लेकिन अफसाना अलग फोन की जिद पर अड़ गई। इम्तियाज ने नया फोन दिलवाने में असमर्थता जताई, जिससे मामला फिर बिगड़ गया। अफसाना ने एलान कर दिया कि अब वह तभी जाएगी, जब नया मोबाइल फोन मिल जाएगा।

अपनी मेहनत का कचरा होते देख परामर्श दाता भी परेशान हो गए। उन्होंने अफसाना को फिर तीन घंटे तक समझाया, लेकिन सारी मेहनत बेकार गई। मामले में आगे की तारीख निर्धारित की गई है।

दूसरे मामले में नीरज कुमार निवासी मोहम्मदपुर नगरिया करहल का विवाह आठ साल पहले राखी निवासी लखनऊ के साथ हुआ था। कुछ महीनों से दोनों के बीच विवाद था। शनिवार को मामला परामर्श केंद्र में रखा गया। दोनों पक्ष सहमत हो गए। केंद्र से ही राखी को विदा कर दिया गया। इस दौरान परामर्श दाता आराधना गुप्ता, मंजूषा चौहान, विजयलक्ष्मी राजपूत, मनोरमा सिंह, ज्योति मैसी, गंगा सिंह राठौर, मुजम्मिल मिर्जा व महिला थानाध्यक्ष नीता सिंह उपस्थित रही।


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