Triple Talaq: दहेज में नहीं मिले दस लाख तो बोल दिया तलाक- तलाक- तलाक Agra News
चौदह माह पहले हुआ था निकाह। शौहर ने एक माह पहले बोला तीन तलाक। पीडि़ता ने एसपी सिटी से की मामले की शिकायत।
आगरा, जागरण संवाददाता। शादी के एक माह बाद ससुराल वाले दहेज में 10 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। महिला का आरोप है कि दस लाख रुपये न मिलने पर उसके पति ने तीन तलाक बोलकर उसे घर से निकाल दिया। शनिवार को उसने एसपी सिटी को अपनी पीड़ा बताई। एसपी सिटी ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
शाहगंज के चिल्लीपाड़ा निवासी रानी कुरैशी का निकाह 13 दिसंबर 2018 को शाहगंज के कोलिहाई निवासी नावेद से हुआ था। रानी का कहना है कि शादी से कुछ माह पहले ही उनके पिता का देहांत हो गया था। मां रुखसाना ने शादी में 70 लाख रुपये खर्च किया था। पति का जूता कारखाना है। इतनी भारी भरकम रकम, गहने और प्लाट देने के बाद भी ससुराल वाले10 लाख रुपये की मांग और कर रहे थे। न देने पर उन्होंने उत्पीडऩ शुरू कर दिया। आरोप है कि मार्च 2019 में पति ने उसका गर्भपात भी करा दिया। इसके बाद 9 जनवरी को उसे मारपीट कर तीन तलाक बोला और घर से निकाल दिया। तब से पीडि़ता अपने मायके में रह रही है। पीडि़ता का आरोप है कि थाने में कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे में वे एसपी सिटी ऑफिस में शिकायत करने पहुंची। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने मामले की जांच कर आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
ताजनगरी में सबसे ज्यादा तीन तलाक के खिलाफ हैं महिलाएं
तीन तलाक पर कानून बनने के बाद इसका सहारा लेने वालों में आगरा की मुस्लिम महिलाएं सर्वाधिक मुखर हैं। अगस्त 2019 तक के आंकड़ों के अनुसार जोन में सबसे अधिक आठ मुकदमे यहीं दर्ज हुए हैं। सात आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है। जोन के मथुरा, फीरोजाबाद, अलीगढ़ और एटा जिले में भी मुकदमे दर्ज हुए हैं। 31 जुलाई 2019 को मुस्लिम महिलाओं के विवाह का संरक्षण अधिनियम बनने के बाद महिलाओं ने उत्पीडऩ के खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया था। जोन में सबसे पहला मामला मथुरा में दर्ज हुआ। एक अगस्त को कोसी थाने के बाहर ही पति ने तलाक-तलाक-तलाक बोल दिया। इस मामले में दहेज उत्पीडऩ और मारपीट के साथ नए कानून के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। मगर, आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
अधिकतर में दहेज उत्पीडऩ के मामले भी
अब तक दर्ज हुए तीन तलाक के मामलों में दहेज उत्पीडऩ, मारपीट, जान से मारने की धमकी के आरोप भी लगाए गए। इसलिए अधिकतर मुकदमों में इनकी धाराएं भी हैं। कुछ मामले ऐसे हैं, जिनमें पहले से दहेज उत्पीडऩ के केस कोर्ट में चल रहे थे। तीन तलाक के नए आरोप सामने आने पर मुकदमे दर्ज हुए।