रक्षाबंधन पर मायके न ले जाने पर हुआ झगड़ा, बच्चे हो गए अनाथ Agra News
पति के पास मायके ले जाने को नहीं थे पैसे। नगला अलबतिया में पत्नी ने लगाया फंदा। पति ने पीया केमिकल।
आगरा, जागरण संवाददाता। रक्षाबंधन पर मायके ले जाने में पति के देर करने से क्षुब्ध पत्नी ने अपने गले पर मौत का फंदा कस लिया। जानकारी होने पर पति ने भी केमिकल पीकर अपनी जान दे दी। दंपती द्वारा खुदकशी करने से परिवार में कोहराम मच गया।
मामले के अनुसार अवधपुरी स्थित नगला अलबतिया निवासी 25 वर्षीय प्रियंका पत्नी अनिल की शादी सात साल पहले हुई थी। प्रियंका का मायका फतेहपुर सीकरी के गांव उंदेरा में है। अनिल हींग की मंडी में जूते के सोल बनाने के कारखाने में काम करते थे। जबकि प्रियंका ने दो महीने पहले ही एक कारखाने में काम शुरू किया था।
परिजनों के अनुसार गुरुवार सुबह रक्षाबंधन पर प्रियंका ने भाइयों को राखी बांधने के लिए पति से मायके चलने की कहा। अनिल ने पत्नी से बोला रुपये नहीं हैं, मालिक से बकाया भुगतान लेने जा रहा है। वहां से लौटने के बाद उसे लेकर चलेगा।
इससे प्रियंका नाराज हो गई। उसका कहना था कि पति ने बकाया भुगतान एक दिन पहले नहीं लिया। इसे लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। अनिल मालिक के पास चला गया। प्रियंका बच्चों को तैयार करके पति के लौटने का इंतजार करने लगी। पति दोपहर तक नहीं लौटा तो वह क्षुब्ध हो गई। तीनों बच्चों कौशल (6), रजत (4) और आयुष (3) को कमरे से बाहर भेज दिया। इसके बाद कमरा अंदर से बंद करके फंदे पर झूल गई। इस बीच ननद कोमल कमरे पर गई तो प्रियंका को पंखे से फंदे पर लटका देख शोर मचाया। मौके पर पहुंचे पड़ोस के लोगों ने उसे नीचे उतारा तब तक वह दम तोड़ चुकी थीं।
इस बीच घर लौट रहे अनिल को रास्ते में परिचित ने प्रियंका के खुदकशी करने के बारे में बताया। इस पर वह रास्ते से लौट गया। कुछ देर बाद घर लौटा, पुलिस के जानकारी करने के दौरान ही खून की उल्टी करने लगा। परिजनों को बताया कि उसने केमिकल पी लिया है। उसे एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया। वहां गुरूवार की शाम उसकी मौत हो गई। इंस्पेक्टर संजय कुमार पांडेय ने बताया कि खुदकशी के पीछे पति-पत्नी में हुआ विवाद है।
हे भगवान, मम्मी-पापा को वापस हमारे पास भेज दो
पलक झपकते अनाथ हो गए इन बच्चों को नहींं मालूम था कि उन पर क्या मुसीबत आ पड़ी है। प्रियंका और अनिल के खुदकशी करने पर तीनों बच्चे भी उनके पास जाने की जिद करने लगे तो परिजनों ने बताया कि वह भगवान के पास चले गए हैं। इस पर तीनों बेटों की निगाहें आसमान की ओर उठ गईं, वह भगवान से मम्मी-पप्पी को वापस अपने पास भेजने की प्रार्थना करने लगे।
दो दिन पहले खरीदी राखी, सूनी रह गई भाइयों की कलाई
दंपती के खुदकशी करने पर दोनों ही घरों में भाइयों की कलाई सूनी रह गईं। अनिल ने भी बहनों से लौटने के बाद राखी बंधवाने की कहा था। जबकि प्रियंका भी दो दिन पहले ही राखी खरीदकर ले आई थी। वह भी घर नहीं जा सकी। पोस्टमार्टम के बाद मायके वालों ने उसका अंतिम संस्कार किया।
जेल जाने से डर गया था पति
बस्ती के लोगों ने बताया कि पत्नी के खुदकशी करने पर अनिल जेल जाने से डर गया था। बस्ती में कुछ साल पहले एक महिला ने खुदकशी कर ली थी। मृतका के परिजनों द्वारा मुकदमा दर्ज कराने पर पति और सास-ससुर समेत सभी को जेल जाना पड़ा था। अनिल को लगा कि अब उसे भी जेल जाना पड़ेगा। इसके डर से खुदकशी कर ली।