कासगंज में फोरलेन बना टेंशन, भूख हड़ताल पर महिला पुरुष, नहीं देंगे अपनी जमीन
काम रुकवाया, मौके पर पहुंची पुलिस, सड़क पर ही आंदोलन। नदरई सिकंदराऊ सड़क पर विवाद, एक तरफ छोडऩे के आरोप।
आगरा, जेएनएन। कासगंज में बन रहे फोरलेन में अब तक तो मनमानी के सिर्फ आरोप थे। मगर नदरई सिकंदराऊ मार्ग पर रहने वाले रविवार को सड़क पर उतर आए। काम रुकवा दिया। घरों में सुबह खाना भी नहीं बना। जमीन बचाने की खातिर महिलाएं भी सड़क पर आकर धरने पर बैठ गई। आक्रोश को देख मौके पर पुलिस तैनात कर दी गई। वहीं दोपहर में तहसील की टीम के साथ निर्माण विभाग के अभियंता पहुंचे।
एटा से कासगंज तक फोरलेन का निर्माण कार्य चल रहा है। नदरई तिराहा पर सिकंदराऊ से आने वाली सड़क को जोडऩे के लिए इसे भी करीब ३०० मीटर तक चौड़ा किया जाना है। इस सड़क के चौड़ीकरण के लिए ठेकेदार ने शनिवार शाम को एक तरफ कई मीटर सड़क बना दी है। ऐसे में यहां रहने वाले लोगों की नींद उड़ गई है। रविवार सुबह दर्जनों महिला एवं पुरुष एकत्रित हो गए और विरोध कर दिया। काम करने वाले आए मजदूर यहां से भाग गए। मौके पर पुलिस पहुंच गई। वहीं महिला पुरुषों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। दोपहर में लेखपाल व जेई पहुंचे तथा उन्होंने नापतौल शुरू की। लोगों का कहना है सड़क चौड़ीकरण बीच से होता है, लेकिन कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए इस तरह से सड़क बनाई जा रही है।
पहले सड़क पर फोड़ रहे ठीकरा
पीडब्लूडी विभाग इस पूरे मामले में पहले से बनी सड़क पर ठीकरा फोड़ रहा है। विभागीय अफसरों की मानें तो पहले सड़क गलत बनी है। सड़क सरकारी जमीन के बीच में ही बननी चाहिए, लेकिन एक तरफ बना दी है।
क्या कहते हैं अधिकारी
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सुधीर कुमार का कहना है कि सड़क का निर्माण बिल्कुल सही हो रहा है। हम किसी की जमीन नहीं ले रहे हैं। सरकारी जमीन पर ही सड़क चौड़ीकरण हो रहा है।
आत्मदाह से भी नहीं हटेंगे पीछे
भूख हड़ताल पर बैठी महिलाओं में गुस्सा था। महिलाओं का कहना था किसी भी दशा में अपनी जमीन एवं मकान नहीं जाने देंगे। अगर जरूरत पड़ी तो जान देने से भी पीछे नहीं हटेंगे।