ताज की हवा में सुरक्षा हवा-हवाई, शीर्ष कोर्ट में भी किए दावे झूठे
नो फ्लाइंग जोन को डेढ़ वर्ष पूर्व भेजे गए प्रस्ताव पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने नहीं लिया फैसला,आए दिन उड़ते हैं ड्रोन, करोड़ों की कमाई के बाद भी नहीं लग सकी ड्रोन कैचर गन
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल पर दो दिन से लगातार ड्रोन उड़ रहा है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) और पुलिस ड्रोन उड़ाने वाले को नहीं ढूंढ सकी। यही ताज की हवाई सुरक्षा का सच है। नो फ्लाइंग जोन के प्रस्ताव पर डेढ़ वर्ष से नागरिक उड्डयन मंत्रालय की मुहर का इंतजार है। वहीं स्थानीय स्तर पर ड्रोन कैचर गन भी नहीं ली जा सकी। ऐसे में कोई भी ताज पर ड्रोन उड़ाकर आसानी से जा सकता है।
ताजमहल की अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था के बड़े-बड़े दावे और कई प्लान हैं। मगर, हवाई सुरक्षा को लेकर अभी तक कोई इंतजाम नहीं हैं। सुरक्षा एजेंसियों के पास ऐसा कोई यंत्र नहीं है जो ड्रोन को उड़ने से रोक सके। औपचारिक रूप से नो फ्लाइंग जोन भी घोषित नहीं हो सका। डेढ़ वर्ष पूर्व डीएम गौरव दयाल ने ताज के आसपास के 500 मीटर के दायरे में तीन हजार फुट की ऊंचाई तक के क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन बनाने का प्रस्ताव नागरिक उड्डयन मंत्रालय भेजा था। मगर, अभी तक इस पर फैसला नहीं हो सका है। हवाई सुरक्षा की हालत सामने है। बुधवार को दिनभर ताजमहल पर ड्रोन उड़ा। इसके बाद गुरुवार को भी दो बार ड्रोन ताजमहल पर उड़ाया गया। पुलिस इधर-उधर भागती रही। मगर, यह पता नहीं चला कि ड्रोन कहां से किसने उड़ाया। इसके बाद पुलिस ने ताजगंज थाने में निषेधाज्ञा उल्लंघन में मुकदमा दर्ज कर लिया। इसको लेकर डीएम ने डेढ़ वर्ष पूर्व ताजमहल के आसपास के पांच सौ मीटर के क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया था। सीआइएसएफ कमांडेंट ने ड्रोन कैचर गन का प्रस्ताव प्रशासन को दिया था। इसकी अनुमानित कीमत 40 लाख थी। मगर, यह भी नहीं खरीदी जा सकी। जबकि ताज से हर वर्ष करोड़ों की कमाई होती है। एसएसपी अमित पाठक का कहना है कि ताजमहल पर ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। इस मामले में मुकदमा दर्ज हो चुका है। इसे उड़ाने वाले का पता किया जा रहा है।
होटलों में नोटिस लगाकर काम खत्म
ताज पर ड्रोन उड़ाने से पर्यटकों को रोकने के लिए होटलों में पुलिस प्रशासन ने नोटिस चस्पा कर काम खत्म कर लिया, जो पर्यटक सीधे रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से सीधा ताजमहल पहुंचेगा, उसे इसकी कैसे जानकारी होगी? इसकी किसी को चिंता नहीं है। होटल में जाने वाले पर्यटक भी प्रतिबंध का पालन करेंगे। इसकी भी कोई गारंटी नहीं। क्योंकि होटल वाले इसको लेकर पर्यटकों पर कोई सख्ती नहीं कर सकते। ताज की कमाई से अफसर खा रहे मलाई
ताजमहल घूमने आने वाले पर्यटकों को दी जाने वाली टिकट से पथकर की वसूली होती है। इससे होने वाले करोड़ों की कमाई से सुरक्षा उपकरण खरीदे जा सकते हैं। मगर, इसे अफसरों के आवासों की मरम्मत, गाड़ियों समेत अन्य गैर जरूरी कामों में खर्च किया जा रहा है।