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शातिर की शातिरी ऐसी, नैनी जैसी सुरक्षित जेल से चकमा देकर मुख्य गेट से फरार हुआ प्रिंस, क्या निकाली तरकीब

पत्नी द्वारा लाए गए कपड़े पहनकर दिया बंदी रक्षकों को चकमा। इलाहाबाद पुलिस ने दी आगरा में दबिश। पीलिया होने पर दस दिन से भर्ती था जेल अस्पताल में, वहीं किया मुहर का इंतजाम।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 10 Oct 2018 01:04 PM (IST)Updated: Wed, 10 Oct 2018 05:45 PM (IST)
शातिर की शातिरी ऐसी, नैनी जैसी सुरक्षित जेल से चकमा देकर मुख्य गेट से फरार हुआ प्रिंस, क्या निकाली तरकीब
शातिर की शातिरी ऐसी, नैनी जैसी सुरक्षित जेल से चकमा देकर मुख्य गेट से फरार हुआ प्रिंस, क्या निकाली तरकीब

आगरा, (जासं): बदमाशों के ऐसे किरदार फिल्मों में ही दिखते हैं। कड़ी पहरेदारी और सुरक्षा घेरे को धता बताकर भी जेल की दीवार लांघ जाएं। पर यहां तो हकीकत में हुआ। शातिर की शातिरी ऐसी है कि पहले भी पांच दफा वह पुलिस अभिरक्षा से फरार हो चुका है। छठी बार उसने नैनी जैसी सुरक्षित जेल से बाहर निकलने की तरकीब खोज निकाली। जेल के मुख्य गेट से ही टहलता हुआ बाहर निकल आया। फरार अपराधी की तलाश में दबिश दी जा रही हैं। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि आखिर चूक कहां हुई कि शातिर प्रिंस फरार कैसे हुआ।

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इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल में निरुद्ध प्रिंस ने अस्पताल में रहकर फरारी की साजिश रची थी। आशंका है कि बंदी रक्षकों को चकमा देने के लिए उसने मुलाकात को आई पत्नी द्वारा लाए कपड़े पहने थे। नैनी जेल प्रशासन शातिर की फरारी की गुत्थी सुलझाने को परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहा है।

नैनी जेल में वर्तमान में चार हजार विचाराधीन कैदी और सजायाफ्ता निरुद्ध हैं। यह प्रदेश की अकेली ऐसी जेल हैं, जहां दोनों तरह के बंदी एक साथ रखे जाते हैं। जिला जेल का निर्माण कार्य जारी है। शातिर प्रिंस को 12 सिंतबर को नैनी जेल में भेजा गया था। दस दिन पहले पीलिया की शिकायत होने पर उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया। शातिर ने वहीं से फरार होने की साजिश रची।

पत्नी और सास आए थे मिलने

प्रिंस से उसकी पत्नी सिमरन, सास किरन कौर और रिश्तेदार रविवार दोपहर डेढ़ बजे मुलाकात करने जेल पहुंचे थे। पत्नी के पास थैले में कुछ कपड़े थे। प्रिंस को 1.13 बजे अस्पताल से मुलाकात को लाया गया। मुलाकाती 2:24 पर बाहर निकल गए। माना जा रहा है कि मुलाकातियों के साथ ही प्रिंस भी कपड़े बदलकर जेल से बाहर निकल गया। जेल में मुलाकात करने वालों के हाथ पर जेल की मुहर लगी होती है। इसे देखकर ही उन्हें बाहर निकाला जाता है। प्रिंस ने मुहर का इंतजाम अस्पताल में रहने के दौरान ही कर लिया होगा।

खंगाली जा रहीं सीसीटीवी फुटेज

जेल से मुलाकात स्थल की दूरी 100 मीटर, जबकि मुख्य गेट 400 मीटर दूर है। जेल-प्रशासन वहां के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। उसे गिनती के कुछ कैदी ही पहचानते हैं। फुटेज चेक करने में उन्हीं की मदद ली जा रही है। वहीं प्रिंस की तलाश में इलाहाबाद पुलिस ने आगरा और कासगंज में कई जगह दबिश दी है और उसके दो रिश्तेदारों को पकड़कर पूछताछ की है।

कैदी के फरार होने में कहां पर चूक हुई, इसकी जांच की जा रही है। जेल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।

बीआर वर्मा, डीआइजी जेल


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