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हुई बड़ी चूक: 30 हजार भवन स्वामियों को भेजे हाउस टैक्स के गलत बिल Agra News

मेयर ने मानी गड़बड़ी। अब तक पांच हजार लोगों के बिल हुए सही। बिल जमा लेकिन नगर निगम के पास नहीं है रिकॉर्ड।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 17 Mar 2020 08:45 AM (IST)Updated: Tue, 17 Mar 2020 08:45 AM (IST)
हुई बड़ी चूक: 30 हजार भवन स्वामियों को भेजे हाउस टैक्स के गलत बिल Agra News
हुई बड़ी चूक: 30 हजार भवन स्वामियों को भेजे हाउस टैक्स के गलत बिल Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की तर्ज पर नगर निगम में हाउस टैक्स के बिलों में खेल हुआ है। 30 हजार भवन स्वामियों को हाउस टैक्स के गलत नोटिस भेजे दिए गए हैं। भवन स्वामियों के पास रसीद है लेकिन निगम के पास रिकॉर्ड नहीं है। चार हजार रुपये का बिल चालीस हजार रुपये के हिसाब से भेजा जा रहा है। मेयर नवीन जैन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। बिलों को सही तरीके से भेजने के लिए कहा गया है।

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नगर निगम के सौ वार्डों में 3.20 लाख भवन स्वामी हैं जिसमें 35 हजार व्यावसायिक संपत्तियां हैं। एक माह पूर्व नगर निगम ने एक लाख भवन स्वामियों को नोटिस जारी किया था। इन पर पांच साल से लेकर दस साल तक की बकायेदारी दिखाई थी। इससे पूर्व नियमित अंतराल में भवन स्वामियों को टैक्स जमा करने के लिए नोटिस जारी किए गए। यही नहीं, पांच सौ भवन स्वामियों के खिलाफ आरसी जारी हो गई। इससे परेशान भवन स्वामी निगम कार्यालय पहुंचे। फिर रसीद दिखाई। काला महल निवासी कौशल सिंह ने बताया कि कोई भी बिल बकाया नहीं था। इसके बाद भी वर्ष 2014 से 2020 तक की आरसी जारी कर दी गई। यह चालीस हजार रुपये है। शाहगंज निवासी एसके सिंह ने बताया कि उन्हें वर्ष 2000 से लेकर 2020 तक का टैक्स जमा न होने का नोटिस दिया गया है। पूरा टैक्स जमा है।

मेयर नवीन जैन ने बताया कि अब तक पांच हजार लोग ऐसे हैं। जिनका टैक्स जमा होने के बाद भी नोटिस जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि दो साल पूर्व तक हाउस टैक्स के दस्तावेज निगम के पास नहीं थे। अब इस प्रक्रिया को पारदर्शी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हाउस टैक्स के गलत बिल भेजने वाले निरीक्षकों को चिन्हित कर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।

नहीं होगा उत्पीडऩ, माफ होगा बिल

मेयर नवीन जैन ने बताया कि अगर भवन स्वामी रसीदें उपलब्ध कराते हैं तो उनका बिल माफ होगा। किसी तरीके का कोई उत्पीडऩ नहीं होगा। इसकी शिकायत नगरायुक्त या फिर अपर नगरायुक्त विनोद कुमार से की जा सकती है।

अब मुफ्त में मिलेंगे तीन रंग के डस्टबिन

14 वें वित्त आयोग से खरीदे गए तीन लाख डस्टबिन अब मुफ्त में बांटे जाएंगे। इस वित्तीय साल की हाउस टैक्स की रसीद देनी होगी। 480 रुपये लेने के चलते लगातार विरोध हो रहा था। पार्षद से लेकर सेनेटरी इंस्पेक्टरों ने इन्हें बांटने से इन्कार कर दिया था। सोमवार को नगर निगम कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में मेयर नवीन जैन ने बताया कि 14 करोड़ रुपये से डस्टबिन की खरीद की जा रही है। अभी तक 1.52 लाख डस्टबिन आ चुके हैं जिसमें 38 हजार का वितरण हो चुका है। 1.40 लाख डस्टबिन जल्द आएंगे। एक डस्टबिन की कीमत 160 रुपये है। यह लाल, नीले और हरे रंग के हैं। 20 मार्च से डस्टबिन का वितरण शुरू होगा।

रोड और फुटपाथ पर न फेंके कूड़ा

नगरायुक्त अरुण प्रकाश का कहना है कि रोड और फुटपाथ पर कूड़ा फेंकने वालों को चिन्हित किया जाएगा। इन पर सख्त कार्रवाई होगी।

40 डलावघर हुए खत्म

शहर में 320 डलावघर हैं। एक साल के भीतर सभी डलावघरों को खत्म करना है। डेढ़ माह में 40 डलावघर का दाग मिट गया है। मेयर नवीन जैन ने बताया कि विजय नगर, राजश्री टाकीज, आजमपाड़ा रोड क्षेत्रों में डलावघर खत्म हो चुके हैं।  


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