जिंदगी से खिलवाड़..बाथरूम में ऑक्सीजन और ओटी में जंग लगे उपकरण
ट्रांस यमुना क्षेत्र के कई हॉस्पीटलों पर स्वास्थ विभाग, प्रदूषण विभाग ने मारा छापा। हॉस्पीटल किए सील।
आगरा(जेएनएन): बगैर पंजीकरण संचालित हॉस्पिटल के बाथरूम में ऑक्सीजन प्लांट लगे हुए थे। ऑपरेशन थिएटर में जंग लगे उपकरण रखे थे। जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की संयुक्त टीम ने पुलिस के साथ यमुनापार में छापेमार कार्रवाई की। टीम ने हरीश सनराइज हॉस्पिटल, शिव हॉस्पिटल और कैला देवी हॉस्पिटल को सील किया है। यहां भर्ती 13 मरीजों को एसएन व जिला अस्पताल भिजवाया गया है। टीम में एसीएम प्रथम अरविंद कुमार, एसीएमओ डॉ. अजय कपूर, डॉ. नंदन सिंह, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसएस सिंह और नगर निगम के डीके अग्रवाल मौजूद रहे।
आइएमए के पदाधिकारी नहीं पहुंचे: टीम ने कार्रवाई से पहले आइएमए के पदाधिकारियों को फोन किया लेकिन उनका कोई भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। नौ मरीजों का जानलेवा इलाज करते मिले झोलाछाप: एसीएमओ डॉ. अजय कपूर ने बताया कि हरीश सनराइज हॉस्पिटल, श्रीनगर कॉलोनी में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा का बोर्ड लगा था। किराए पर लिए तीन कमरों के दो मंजिला मकान के बाथरूम में ऑक्सीजन प्लांट था। यहां रसौली, प्रसव और एम्प्यूटेशन (पैर काटना) सहित नौ मरीज भर्ती थे। रसोई में बनाए गए ओटी में जंग लगे उपकरण रखे थे। यह हॉस्पिटल बिना पंजीकरण चल रहा था। संचालक मुरारी लाल नहीं मिला। मंजू नाम की महिला इलाज कर रही थी। कुछ देर बाद डॉ. प्रियंका सिंह पहुंच गईं। रसौली का ऑपरेशन, कोई डॉक्टर नहीं:
टीम ने शिव हॉस्पिटल, कालिंदी विहार में छापा मारा। यहां तीन मरीज भर्ती थे। एक का रसौली का ऑपरेशन हुआ था, दो केस प्रसव के थे। हॉस्पिटल का पंजीकरण नहीं था। इसे भी सील कर दिया है। मरीज छोड़कर भाग निकला संचालक: कैला देवी हॉस्पिटल का पंजीकरण था लेकिन नवीनीकरण नहीं कराया गया था। यहां एक मरीज भर्ती था। टीम को देख संचालक किशोरी लाल भाग निकला।