मुर्गी फार्म संचालक ने सिर में गोली मारकर खुद को उड़ाया
एत्मादपुर के गांव ओंकारपुर में बाड़े में हुई घटना पुलिस ने किया तमंचा बरामद। बेटे के लाखों रुपये बाजार में फंसने से गहरे तनाव में थे पुलिस जांच कर रही
जेएनएन, आगरा। मुर्गी फार्म के संचालक ने शनिवार शाम घर से कुछ कदम दूर बाड़े में तमंचे से सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। लॉकडाउन में उनके बेटे की बाजार में लाखों की उधारी फंस गई थी। इससे वे गहरे तनाव में थे। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
एत्मादपुर के गांव ओंकारपुर निवासी 55 वर्षीय किसान देवेंद्र सिंह का मुर्गी फार्म है। स्वजन ने पुलिस को बताया कि शनिवार शाम करीब 7:30 बजे देवेंद्र नलकूप से घर लौटे थे। कुछ देर बाद वे पास में ही बाड़े में चले गए। आठ बजे अचानक गोली चलने की आवाज पर स्वजन और आसपास के लोग दौड़े। बाड़े में देवेंद्र सिंह की लहूलुहान लाश पड़ी थी। उनके सिर में गोली लगी थी। पास ही तमंचा पड़ा था। आत्महत्या की सूचना पर इंस्पेक्टर प्रेम निवास शर्मा फोर्स के साथ पहुंच गए। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि बडे़ बेटे सतेंद्र का मुर्गी के दाने का कई जिलों में सप्लाई का काम है। लाकडाउन के दौरान उनका लाखों रुपया बाजार में फंस गया था। काफी प्रयास के बाद भी वसूली नहीं हो पा रही थी। इससे देवेंद्र तनावग्रस्त थे। उधर, हादसे के बाद स्वजन में कोहराम मच गया। घर में देवेंद्र की पत्नी ऊषा के अलावा चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी नीरज और बेटे सतेंद्र की शादी हो चुकी है। छोटा बेटा राहुल और उससे छोटी पूनम हैं। तमंचा कहां से आया
बाड़े में कनपटी पर गोली मार आत्महत्या करने के बाद पुलिस अब पता लगा रही है कि देवेंद्र के पास तमंचा कहां से आया। वे शनिवार को नलकूप से सीधे घर आए थे, फिर बाड़े में गए। आशंका है कि वे नलकूप से ही तमंचा लेकर आए। हो सकता है कि उनके पास पहले से तमंचा हो। इंस्पेक्टर का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही असलियत पता चलेगी।