संकीर्तन से ब्रजधाम बना कमलानगर, हरि के बोलों से गूंजी सड़कें
-चैतन्य महाप्रभु भाव कथा में दूसरे दिन निकाली गई संकीर्तन यात्रा -वनवासी रक्षा परिवार करा रहा है आयोजन, शाम को हुई भजन संध्या
आगरा, जागरण संवाददाता। हरि बोल..। ढोलक और मंजीरों की तान के साथ गूंजता भक्ति संगीत। संकीर्तन पर झूमते, गाते भक्त। पुष्पों की वर्षा में मानो हर भक्त परमानंद में डूबा हो। संकीर्तन में कमलानगर ब्रजधाम बना नजर आया।
वनवासी रक्षा परिवार फाउंडेशन द्वारा कमला नगर के जनक पार्क में कराई जा रही चैतन्य महाप्रभु भाव कथा में शनिवार शाम संकीर्तन यात्रा निकाली गई। जनक पार्क से वैष्णवाचार्य पुंडरीक गोस्वामी के सानिध्य में निकली यात्रा में भक्तों की भीड़ उमड़ी। पूर्णिमा पर निकली यात्रा में भक्ति की प्रसन्नता, राग व ताल के साथ ईश्वर के प्रति भावुकता नजर आई। ग्रीन पार्क में यात्रा संपन्न हुई। भक्तों ने माखन-मिश्री का प्रसाद ग्रहण किया। इससे पूर्व भाव कथा में वैष्णवाचार्य पुंडरीक गोस्वामी ने कहा कि चैतन्य महाप्रभु ने एकांत के संकीर्तन को गलियों व मुहल्लों तक पहुंचाया। जो आनंद हिमालय की गुफाओं में तप से प्राप्त होता है, उसे कीर्तन के माध्यम से देश के कोने-कोने तक पहुंचाया।
उन्होंने चैतन्य महाप्रभु की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि नीलांबर चक्रवर्ती ने विशंभर नाम रखा था, लेकिन वह चैतन्य नाम से प्रसिद्ध हुए। क्योंकि नाम से बड़ा कर्म होता है। बाल्यावस्था में ही उन्होंने केशव कश्मीरी जैसे महान पंडित को शास्त्रार्थ में पराजित किया।
भजन संध्या में झूमे भक्त
कथा स्थल पर शाम को भजन संध्या हुई। इंदौर से आए भजन गायक राजेश शर्मा की प्रस्तुति पर भक्त झूम उठे। गणेश वंदना से शुरुआत की। उन्होंने वो कान्हा एक बांसुरी वाला.. जग में सुंदर हैं दो नाम..भजन सुनाकर भक्तों को भक्ति-विभोर कर दिया।
यह हुए शामिल
राधाबल्लभ अग्रवाल, संजय गोयल, भगवान दास बंसल, राजेश अग्रवाल, विवेक मोहन अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, सतीश मांगलिक, प्रखर गर्ग, विष्णु दयाल बंसल, मुरारी प्रसाद अग्रवाल, अशोक माहेश्वरी, रमेशचंद मित्तल, रितु अग्रवाल, श्रुति सिंघल, निर्मला, मीनू त्यागी, बबिता गोयल, मीरा अग्रवाल, प्रीति गर्ग, शिल्पा गुप्ता मौजूद रहीं।