जिमनास्ट दीपा का आगरा से है गहरा नाता
वर्ष 2015 में एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में एक माह तक चले भारतीय टीम के कैंप में हिस्सा लिया था। आगरा में ही दीपा वर्ष 2007 में नेशनल चैंपियन बनीं।
आगरा(जागरण संवाददाता): तुर्की के मर्सिन में चल रही एफआइजी कलात्मक जिमनास्टिक्स विश्व चैलेंज कप की वॉल्ट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर देश की शीर्ष जिमनास्ट दीपा कर्माकर ने स्वयं को साबित कर दिया है। रियो ओलंपिक, 2016 में चौथे स्थान पर रहीं दीपा का आगरा से भी गहरा नाता है। उन्होंने यहां वर्ष 2015 में एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम के जिमनास्टिक हॉल में एक माह तक चले भारतीय टीम के कैंप में हिस्सा लिया था। यहीं पर वह वर्ष 2007 में नेशनल चैंपियन बनी थीं।
दीपा कर्माकर देश की पहली महिला जिमनास्ट हैं, जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीता था। उन्होंने वर्ष 2014 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता था। आगरा शुरू से ही दीपा के लिए लकी रहा है। वर्ष 2007 में आगरा के एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में नेशनल स्कूली जिमनास्टिक प्रतियोगिता हुई थी। इसमें दीपा ने गृह राज्य त्रिपुरा का प्रतिनिधित्व किया था। प्रतियोगिता में वह नेशनल चैंपियन बनी थीं। इसके बाद वह निरंतर आगे बढ़ती गई। वर्ष 2015 में ग्लासगो में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप से पूर्व भारतीय टीम का एक माह का कैंप एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में लगाया गया था। 21 सितंबर से 19 अक्टूबर, 2015 तक लगे कैंप में उन्होंने कोच बीएस नंदी के निर्देशन में कड़ा अभ्यास किया था। कैंप के दौरान उन्होंने ग्लासगो में पदक जीतकर रियो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने की बात कही थी। उन्होंने इसे साबित भी किया था। रियो ओलंपिक में वह पदक तो प्राप्त नहीं कर सकी थीं, लेकिन चौथे स्थान पर रहकर श्रेष्ठ प्रदर्शन किया था।
उपक्रीड़ा अधिकारी व जिमनास्टिक कोच अरविंद यादव बताते हैं कि दीपा आगरा में ही पहली बार नेशनल चैंपियन बनी थीं। उन्होंने आगरा से जो शुरुआत की, वह अब तक जारी है।