Move to Jagran APP

लापरवाह: केस कम होते ही भूल गए सावधानी

ताजमहल में न शारीरिक दूरी का पालन और न मास्क का इनबाउंड टूरिज्म से जुड़े लोगों को सताने लगी है चिता

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 08:54 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 08:54 PM (IST)
लापरवाह: केस कम होते ही भूल गए सावधानी

आगरा, जागरण संवाददाता। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले कम होते ही लोगों ने सावधानी को भुला दिया है। ताजमहल पर न तो शारीरिक दूरी का पालन होता नजर आ रहा है न पर्यटक मास्क लगा रहे हैं। इससे इनबाउंड टूरिज्म से जुड़े लोगों को चिता सताने लगी है।

loksabha election banner

कोरोना वायरस के संक्रमण काल में पिछले वर्ष ताजमहल 17 मार्च से 20 सितंबर तक 188 दिन और इस वर्ष 16 अप्रैल से 15 जून तक 61 दिन बंद रहा था। ताजमहल जब खुला था, तब गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार स्मारक पर शारीरिक दूरी के पालन, मास्क लगाने, सैनिटाइजेशन और आनलाइन टिकट व्यवस्था को अनिवार्य किया गया था। इनमें से केवल आनलाइन टिकट व्यवस्था का ही पालन हो रहा है। पर्यटन सीजन में ताजमहल पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है और पूर्वी व पश्चिमी गेट पर प्रवेश को लंबी लाइन लग रहीं हैं। शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। स्मारक में बिना मास्क लगाए पर्यटक घूमते रहते हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) का इस पर कोई ध्यान नहीं है। इस नजारे ने इनबाउंड टूरिज्म से जुड़े टूर आपरेटर और गाइड को परेशानी में डाल दिया है। गाइड योगेश शर्मा ने बताया कि वे विदेशी टूर आपरेटर के साथ ताजमहल गए थे। वहां की स्थिति को देखकर उसने कहा कि इस स्थिति में वो किसी पर्यटक को यहां आने के लिए नहीं कहेगा। यह चिताजनक स्थिति है। पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को चाहिए कि वे किसी स्मारक में अगर पर्यटक को बिना मास्क लगाए देखें तो उसे मास्क लगाने को जागरूक करते रहें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.