Ground Water Level in Agra: आगरा की धरती का पानी सुखा रहे हजारों प्लांट, कार्रवाई के नाम पर चल रहा खेल
Ground Water Level in Agra कागजों में कार्रवाई ढाई हजार आरओ प्लांट कर रहे जल दोहन। लगाना है फ्लो मीटर भूगर्भ जल विभाग से लेनी है अनुमति। जिले में 15 में से 12 ब्लाक डार्क जोन में हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। भूगर्भ जल विभाग ने पिछले दिनों अनाधिकृत जल दोहन करने वाले आरओ प्लांट पर शिकंजा कसा था। इनमें से छह को नोटिस भी दिए गए थे। आगामी कार्रवाई होनी थी, लेकिन सब कुछ फाइलों में फंसा रह गया है। सभी आरओ प्लांट को अनापत्ती प्रमाण पत्र (एनओसी) लेनी है। इसके साथ ही फ्लो मीटर भी लगवाना अनिवार्य है, लेकिन ढाई हजार से अधिक प्लांट नियमों को ताक पर रख संचालित हो रहे हैं। जलसंकट से जूझ रहे आगरा में भूगर्भ जल विभाग भी कोई कागजों में कार्रवाई कर रहा है।
जिले में 15 में से 12 ब्लाक डार्क जोन में हैं। शहरी क्षेत्र में भी यमुना पार गंभीर जलसंकट से जूझ रहा है, तो अन्य क्षेत्र भी पानी के किल्लत से जूझ रहे हैं। भूगर्भ जल विभाग ने पिछले दिनों अभियान चलाया था। इसके बाद प्लांट संचालकों ने भी मोर्चा खोल दिया था। उनका कहना था कि वर्षो पुराने व्यापार को प्रभावित किया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले को शांत कराया था और मानक पूरे करने के लिए कहा गया था। भूगर्भ जल विभाग का कहना था कि अनावश्यक दोहन को रोकने के लिए फ्लो मीटर लगवाया जाए। इससे निगरानी रहेगी और पंजीरण हो जाएगा तो बर्बादी के प्रति भी संचालक गंभीर रहेंगे। भूगर्भ जल विभाग भी औपचारिकता पूरी कर शांत बैठ गया। जलदोहन पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई नहीं हो रही है।
ये हो रहा दोहन का असर
भूगर्भ जल के अति दोहन के कारण जलस्तर गिरता जा रहा है। शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र भी इससे बुरी तहर प्रभावित हैं। पिछले दिनों शहर में 40 से ज्यादा स्थानों पर लगाए गए पीजोमीटर की रिपोर्ट के मुताबिक 97 फीसद स्थानों पर भूजल में गिरावट दर्ज की गई है। ग्रामीण क्षेत्र में भी वर्षा जल संरक्षित नहीं हो पानी से गिरावट आई है।