सड़क पर खींच दी हरियाली की रेखा
हैंड राइटिंग एक्सपर्ट ने की पहल, बूढ़ी का नगला से दयालबाग मार्ग के डिवाइडर पर रोपे पौधे।
आगरा(तनु गुप्ता): एक कोशिश बदल सकती है तस्वीर, एक सोच खींच सकती है नजीर की लकीर.सोच, विचार बनी और विचार ने जब आकार लिया तो मिसाल बन गई। दयालबाग क्षेत्र में नगला बूड़ी को पार कर सौ फुटा की ओर जाने वाली सड़क अमूमन लोगों ने देखी ही होगी। ऊबड़ खाबड़ डिवाइडर और बेतरतीब उगे पौधे। ये तस्वीर कुछ माह पहले तक क्षेत्र को बदसूरत बनाती थी लेकिन एक महिला की सोच और स्थानीय लोगों के सहयोग से जतिन रिसोर्ट से हरीओम सेवा सदन तक का मार्ग हरित क्राति की इबारत सरीखा लिखता है। डिवाइडर पर मुस्कुराती हरियाली और उसकी रक्षा करते तिरंगे ट्री गार्ड क्षेत्र को दर्शनीय बनाते हैं। कागज पर शब्दों को करीने से लिखने की कला सिखाने वालीं विनीता मित्तल ने सड़क के मध्य बने डिवाइड को मिसाल बनाने की जब ठानी तो तस्वीर की कुछ और बन गई। यूं लिखी हरित क्राति की इबारत: गंदगी का ढेर, शराब की बोतलें, टूटा डिवाइडर। बाके बिहारी धाम में रहने वालीं हैंड राइटिंग एक्सपर्ट विनीता जब कभी सुबह की सैर पर निकलतीं तो ये बदहाल तस्वीर देख सोच में पड़ जाती थीं। परेशान सोच ने एक विचार मन में लिया और कॉलोनी में रहने वाली अपनी सहेली श्वेता के साथ डिवाइडर संजोने की मुहिम शुरू कर दी। दिसंबर 2017 के माह में जब लोग सुबह रजाई में दुबकना पसंद करते हैं, उस वक्त दोनों सहेलिया पर्यावरण के प्रति अपने सरोकार को पूरा करने की जिम्मेदारी निभाती थीं। कुछ मजदूरों को साथ लेकर डिवाइडर की सफाई की। करीब आधा फुट गहरे गढ्डे करवाए। उनकी यह कोशिश देख कॉलोनी के अन्य लोग आगे आए। किचन वेस्ट और गोबर को उन गढ्डों में डलवाया। सूखी मिट्टी डालने के बाद सड़क किनारे स्थित केनारा बैंक के सहयोग से चार- पाच दिन डिवाइडर पर पानी लगाया। मुहिम रंग लाने लगी थी। समाज सेवी संस्थाएं और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से फिर पौधे रोपित किए गए।
कुछ मीटर के डिवाइड की कायापलट देखकर आस पास के कॉलोनी वाले भी इस प्रयास को अपनाने लगे।
पौधों की रक्षा कर रहे तिरंगे ट्री गार्ड: डिवाइडर पर पौधे रोपित करने के बाद उनकी देखरेख के लिए विनीता ने अनोखा तरीका अपनाया। विनीता के अनुसार लोहे के ट्री गार्ड लोग चोरी कर लेते तो बिना ट्री गार्ड के पशु उन्हें खराब कर देते। ऐसे में बासों से लगाकर लोहे की जाली लगवाई और उसपर तिरंगा रंग करवाया। अब स्थानीय लोग ही डिवाइडर के सुंदरीकरण का संरक्षण कर रहे हैं।
हैज और पौधों से बढ़ी शोभा: विनीता के अनुसार जतिन रिसोर्ट के सामने से हरीओम सेवा सदन तक के डिवाइडर पर ढाई से तीन हजार हैज की पौध और उनके मध्य कनेर, नीम, आम, अमरूद आदि के करीब ढाई सौ पौधे रोपित किये जा चुके हैं। इसके अलावा कुछ दिन पूर्व समाज सेवियों के सहयोग से यमुना किनारा पर 101 पौधे रोपित किये गए हैं।