गोलगप्पे खाने से फैल सकती हैं बीमारी
आगरा : गोलगप्पे खाने से मौसमी बीमारी फैलने की आशंका है।
जागरण संवाददाता, आगरा : गोलगप्पे खाने से मौसमी बीमारी फैलने की आशंका है। इसे देखते हुए वडोदरा में गोलगप्पों की बिक्री पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। यहां भी गोलगप्पे से हेपेटाइटिस, टाइफाइड सहित फूड प्वाइजनिंग फैलने की आशंका है।
स्ट्रीट फूड बन चुके गोलगप्पे का पानी तैयार करने में आमतौर पर सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है। अच्छे हाजमे के लिए धनियां, पोदीना सहित पारंपरिक तरीके से गोलगप्पे का पानी तैयार करने का खर्चा अधिक आता है। इसमें समय भी ज्यादा लगता है। ऐसे में गोलगप्पे से अच्छी कमाई करने के लिए वाटर वर्क्स, हैंडपंप और सबमर्सिबल के पानी का इस्तेमाल किया जाता है। यह पानी बारिश में दूषित हो सकता है। वहीं, पानी तैयार करने के लिए टार्टरिक एसिड, हरे रंग के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। इससे गेस्ट्रोएंट्राइटिस का खतरा रहता है। वहीं, आलू, मसाले और छोले भी सुबह से तैयार कर लिए जाते हैं। गंदे हाथों से ही गोलगप्पे खिलाए जाते हैं, इससे हेपेटाइटिस, टाइफाइड और फूड प्वाइजनिंग की आशंका है।
एक हजार से ठेल, कई तरह का पानी
एक अनुमान के तहत शहर में एक हजार से अधिक गोलगप्पे की ठेले हैं, इसमें से कुछ जगह पर ही गोलगप्पे खिलाते समय सफाई का ध्यान रखा जाता है। वहीं, गोलगप्पे के पारंपरिक पानी के साथ ही मीठा, हींग सहित चार से छह तरह का पानी दिया जा रहा है।
रोज गोलगप्पे खाने से पेट हो रहा खराब
शहर में महिलाओं के साथ ही पुरुष भी खूब गोलगप्पे खाते हैं, कुछ लोग हर रोज गोलगप्पे खाते हैं। इससे पेट संबंधी बीमारी होने का खतरा रहता है। गोलगप्पे खाने से कुछ लोगों का पेट खराब बना रहता है।
गोलगप्पे की 10 से लेकर 20 रुपये की प्लेट
10 रुपये - छह से आठ गोलगप्पे, शहर के बाहरी क्षेत्र, ट्रांसपोर्ट नगर
10 रुपये - चार गोलगप्पे कमला नगर, संजय प्लेस, सदर
15 से 20 रुपये की प्लेट - मिष्ठान विक्रेताओं द्वारा 15 से 20 रुपये की गोलगप्पे की प्लेट दी जा रही है, इसमें छह गोलगप्पे होते हैं। गोलगप्पे का पानी तैयार करते समय सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, पानी भी साफ होना चाहिए। बारिश के मौसम में दूषित पानी और एसिड सहित केमिकल का इस्तेमाल करने से पेट संबंधी बीमारी बढ़ रहीं हैं।
डॉ. पंकज कौशिक, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट
इस मौसम में दूषित पानी, गोलगप्पे के पानी और संक्रमित खाद्य पदार्थ से हेपेटाइटिस, टाइफाइड और फूड प्वाइजनिंग का खतरा रहता है। बाजार में गोलगप्पे खाने से बचें, अच्छी दुकान से ही गोलगप्पे खाएं, जहां सफाई रखी जाती है।
डॉ. मुकेश वत्स, सीएमओ घर पर बना सकते हैं गोलगप्पे का पानी
घर पर गोलगप्पे का पानी बनाने के लिए खटाई, हरा धनिया, हरी मिर्च, काली मिर्च, अदरक, पोदीना और नमक का इस्तेमाल किया जाता है। मीठा पानी बनाने के लिए चीनी और सौंप डाल सकते हैं। गोलगप्पे भी घर पर बना सकते हैं, गोलगप्पे बाजार से भी खरीदे जा सकते हैं।