विहिप के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंघल के नाम से जानी जाएगी आगरा में अब ये रोड, कई और जगहों का नाम भी बदलेगा
नगर निगम कार्यकारिणी में सोमवार को कई प्रस्ताव पास हुए हैं। सुल्तानगंज चौराहा का नाम सत्यप्रकाश विकल और नगर निगम के कांजी हाउस का नाम पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर होगा। शहीद कौशल कुमार रावत के नाम पर होगा अब कहरई मोड़ चौराहा।
आगरा, जागरण संवाददाता। समाज सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले, हिंदू हित में सोचने में एवं राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के संघर्ष आंदोलन की अगुवाई करने वाले विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय अशोक सिंघल के नाम से अब आगरा में घटिया आजम खां रोड का नामकरण हो गया है। सोमवार को स्मार्ट सिटी कक्ष में हुए नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में यह प्रस्ताव लाया गया। सर्वसम्मति से सभी ने इस प्रस्ताव को पास किया, जिसमें घटिया आजम खां मार्ग को अब स्वर्गीय अशोक सिंघल मार्ग के नाम से जाना जाएगा।
सोमवार को स्मार्ट सिटी कक्ष में नगर निगम कार्यकारिणी की 16वें अधिवेशन की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता महापौर नवीन जैन ने की। इस बैठक में कार्यकारिणी के उपसभापति एवं पार्षद जगदीश पचौरी ने प्रस्ताव लगाया कि 27 सितंबर को सिटी स्टेशन रोड, आगरा पर जन्मे आदरणीय अशोक सिंघल ने किशोरावस्था में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई जारी रखी। 1950 में बीएचयू से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया। इंजीनियर बनने के बजाय अशोक सिंघल ने समाज सेवा का मार्ग चुना और आगे चलकर आरएसएस के पूर्णकालिक प्रचारक बन गए। 1981 में वह विश्व हिंदू परिषद में भी शामिल हुए। देश में हिंदुत्व की भावना को मजबूत बनाने के लिए 1984 में धर्म संसद के आयोजन में अशोक सिंघल ने मुख्य भूमिका निभाई थी और इसी धर्म संसद में साधु संतों की बैठक के बाद श्री राम जन्मभूमि आंदोलन की नींव पड़ी थी।
असल में अशोक सिंघल के प्रयास के चलते ही राम मंदिर आंदोलन का विस्तार पूरे देश में हुआ था। अशोक सिंघल ने राम मंदिर आंदोलन को हिंदुओं के सम्मान से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई और देश भर में आंदोलन के लिए लोगों को एकजुट किया। त्याग एवं बलिदान के प्रणेता रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल जी की याद में उनके जन्म स्थान के पास घटिया आजम खां के नाम को बदलकर अशोक सिंघल मार्ग रखा जाए। यह प्रस्ताव जैसे ही कार्यकारिणी में रखा गया, वैसे ही सभी लोगों ने इस पर सहमति जताई और प्रस्ताव को पास कर दिया।
कार्यकारिणी के उपसभापति जगदीश पचौरी द्वारा अन्य प्रस्ताव जो रखे गए, उसमें शमशाबाद रोड पर कहरई मोड़ चौराहा का नाम शहीद कौशल कुमार रावत रखने का प्रस्ताव रखा गया। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया। इसके अलावा उपसभापति ने बकाया गृह कर पर सरचार्ज ब्याज को मुक्त किए जाने से संबंधित सदन के 22 में अधिवेशन में प्रस्तुत किए गए। एकमुश्त समाधान योजना यानी ओटीएस का प्रस्ताव नगर निगम द्वारा तैयार कर शासन की अनुमति हेतु अनुमोदन करने की संस्तुति की गई। जिससे लखनऊ नगर निगम की तरह आगरा शहर की जनता को भी एकमुश्त समाधान योजना का लाभ मिल सके। इस प्रस्ताव को भी सर्वसम्मति से पास किया गया।
कांजी हाउस का भी बदला नाम
पार्षद संजय राय ने दीवानी चौराहा के समक्ष कांजी हाउस का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय मवेशी गृह रखने का प्रस्ताव दिया, इसे भी सर्वसम्मति से पास किया गया। पार्षद धर्मवीर ने डॉक्टर भीमराव आंबेडकर पार्क जगदीशपुरा के गढ़ी भदौरिया रोड के तिराहे पर एक भव्य बौद्ध स्तूप बनाने का प्रस्ताव रखा। दूसरा, जीवनी मंडी से बेलनगंज पंजाब नेशनल बैंक को जाने वाले मार्ग का नाम समाजसेवी एवं जाटव महा पंचायत के सरपंच रहे स्वर्गीय श्री देवी प्रसाद आजाद जी के नाम से रखे जाने एवं उनके नाम से एक विशाल गेट बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया। दोनों प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किए गए।
सुल्तानगंज अब सत्यप्रकाश विकल चौक
पार्षद अमित ग्वाला और मोहन शर्मा ने संयुक्त रूप से सुल्तानगंज चौराहा का नाम सत्य प्रकाश विकल चौक के नाम रखे जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे पास किया गया। पार्षद नेहा गुप्ता ने मोतीलाल नेहरू रोड नसिया जी में स्थापित भगवान नेमिनाथ जी के मंदिर के पीछे रिक्त पड़ी भूमि पर आगरा दिगंबर जैन परिषद को पंछी चिकित्सालय खोले जाने की अनुमति प्रदान किए जाने से संबंधित प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से सहमति दी गई। पार्षद कर्मवीर सिंह ने मधु नगर चौराहा का नाम महाराजा सूरजमल चौक रखे जाने का प्रस्ताव रखा, यह भी सर्वसम्मति से पास किया गया।
इस बैठक में नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे, दोनों अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता, केबी सिंह, मुख्य अभियंता निर्माण बीएल गुप्ता, मुख्य अभियंता विद्युत/यांत्रिक संजय कटियार, जलकल जीएम आरएस यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी अतुल भारती, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ सतवीर सिंह डागुर, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रोहन सिंह, पार्षद गुलाब सिंह, पार्षद जरीन बेगम आदि मौजूद रहे।