Positive News : चाइना को Bye Bye कर ताजनगरी की कंपनी संग काम करेगी जर्मन कंपनी
चीन से अपना कारोबार समेटेगी कासा एवर्ज जीएमबीएच कंपनी। आगरा की आइ-ट्रिक में फुटवियर तैयार कराने का हुआ करार।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद कई कंपनियां चीन से कारोबार समेटने की तैयारी है। चीन में कारोबार करने वाली एक जर्मन कंपनी कासा एवर्ज जीएमबीएच वहां से अपना कारोबार समेटने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने ताजनगरी के फुटवियर कंपनी आइ-ट्रिक के साथ करार किया है। अब तक जर्मन कंपनी देश में सप्लाई होने वाले अपने वोन वेलेक्स ब्रांड फुटवियर को ही इस कंपनी से तैयार कराती थी। नए करार मेंं विश्वभर के लिए यहां से ही प्रोडक्ट तैयार कराएगी।
कासा एवर्ज चीन से अपना प्रोडक्शन भारत में शिफ्ट करना चाहती है। कंपनी 80 देशों में कारोबार करती है। भारत में इसे 2019 में लांच किया गया था। तीन दिन पूर्व जर्मन कंपनी का आगरा की कंपनी आइ-ट्रिक से करार हुआ है। आइ-ट्रिक कंपनी के प्रबंध निदेशक सुनील कुमार जैन ने बताया कि प्रदेश सरकार को हमने प्रस्ताव दिया है। सरकार आगरा में जोन बनाती है तो हम फैक्ट्री यहां लगाएंगे। अन्यथा अन्य जगहों पर विचार किया जाएगा। वहीं, कंपनी के निदेशक आशीष जैन ने बताया कि इससे करीब 10 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इंवेस्टमेंट प्लान पर अभी काम चल रहा है। दोनों कंपनियों ने शासन स्तर पर भी यहां उत्पादन शुरू करने के लिए आवेदन किया है।
आगरा में यह हैं पाबंदियां
आगरा ताज ट्रेपेजियम जोन में स्थित है। यहां केवल व्हाइट कैटेगरी के उद्योग ही अनुमन्य हैं। यहां ईको फ्रेंडली अति सूक्ष्म, सूक्ष्म और लघु उद्योग ही अधिसूचित औद्योगिक क्षेत्र में लग सकते हैं। जूता व्हाइट कैटेगरी में नहीं आता, जिससे यहां न तो नई जूता इकाई लग सकती और न ही किसी पुरानी इकाई का विस्तार हो सकता है।
नामचीन ब्रांड्स के होते हैं आर्डर यहां पूरे
फुटवियर की दुनिया में आगरा को यूं ही बादशाह नहीं कहा जाता। हर साल लाखों जोड़ी जूते का यहां उत्पादन है। दुनिया के नामचीन सभी प्रमुख ब्रांड्स का उत्पादन आगरा की फैक्ट्रियों में होता है। मार्क, उन कंपनियों का लगा होता है और उत्पादन आगरा में। यूरोप के ज्यादातर देशों को आगरा से ही जूते ही सप्लाई हो रही है। कोरोना वायरस का संक्रमण खत्म होने के बाद जिस तरह कंपनियां चीन से पलायन करने की तैयारी में हैं, उसका सीधा लाभ आगरा को मिलने की संभावना है, क्योंकि बीते कुछ वर्षों में चीन में सिंथेटिक लेदर के साथ फुटवियर के क्षेत्र में भी दस्तक दे दी थी। हालांकि वहां के उत्पाद पर एमआरपी अंकित न होने से उसे भारतीय बाजार में औने-पौने दामों पर बेचा जा रहा था। खासतौर पर भारतीय बाजार में फुटवियर के मामले में क्रॉक्स अपनी पैठ बना चुके थे।