मकान निरस्त का पुलिस कप्तान फर्जी आदेश भी बना देता था सिपाही
-एसएसपी के फर्जी आदेश से मकान आवंटन मामले में एक और सिपाही पर मुकदमा,-फील्ड यूनिट के सिपाही द्वारा 20 हजार न देने पर थमाया फर्जी आदेश
आगरा, जागरण संवाददाता। एसएसपी के फर्जी आदेश से पुलिसकर्मियों को मकान आवंटित करने वाले सिपाही की एक और करतूत सामने आई है। वो रकम नहीं देने पर आवंटित मकान के निरस्त होने का फर्जी आदेश भी बनाता था। मामले में एक और सिपाही के खिलाफ रकाबगंज थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
फील्ड यूनिट में तैनात सिपाही ने आशीष कुमार ने मामले में तत्कालीन सीओ लाइन के यहां तैनात सिपाही राजेश के खिलाफ मुकदमा कराया है। जिसके अनुसार उसने पुलिस आवास के लिए सीओ लाइन कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया था। उसे पिछले महीने 10 जनवरी को सिपाही राजेश ने आवास संख्या ए-240 आवंटित होने का आदेश दिया। इसके बदले उससे 20 हजार रुपये मांगे। जब उसने रकम नहीं दी तो सिपाही राजेश ने 13 फरवरी को आवंटित मकान निरस्त होने का आदेश उसे पकड़ा दिया।
इसके अगले ही दिन प्रतिसार निरीक्षक ने सिपाही कौशल के खिलाफ एसएसपी के आदेश से फर्जी तरीके से मकान आवंटित करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया। आरोपित सिपाही कौशल को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। इससे सिपाही आशीष को आदेश फर्जी होने का शक हुआ। एसएसपी को मामले की जानकारी देने पर उन्होंने सिपाही राजेश के खिलाफ भी मुकदमे के आदेश दिए। फर्जी तरीके से आवास आवंटित करने के अब तक चार मामले सामने आ चुके हैं। कौशल के साथ सिपाही राजेश की आवास आवंटन के खेल में भूमिका की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। राजेश वर्तमान में सीओ कोतवाली के कार्यालय में तैनात है।