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कोख आकुल और गोद व्याकुल, फिर भी बचपन ‘अनाथ’, जानिए क्‍या है वजह Agra News

रिश्ते और कानून की दुविधा में फंसा चार साल का मासूम। विवाद थाने पहुंचने पर बच्चे को भेजना पड़ा शिशु गृह।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Thu, 28 Nov 2019 02:09 PM (IST)Updated: Thu, 28 Nov 2019 02:09 PM (IST)
कोख आकुल और गोद व्याकुल, फिर भी बचपन ‘अनाथ’, जानिए क्‍या है वजह Agra News

आगरा, अली अब्बास। हालात ही कुछ ऐसे थे कि जन्म के एक घंटे बाद ही लाड़ले को किसी और की गोद में डाल दिया। चार साल बाद वात्सल्य उमड़ा तो कोख अपने लाड़ले को लेने के लिए आकुल हो गई। उधर, गोद लेने वाले दंपती के जीवन में ऐसा मोड़ आया कि बच्चा अपनी बहन को दे दिया। कोख की आकुलता और गोद की व्याकुलता के बीच शुरू हुई संवेदनाओं की जंग के फैसले में असमर्थ पुलिस ने बच्चे को ‘अनाथ’ की तरह राजकीय शिशु गृह भेज दिया।

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सदर क्षेत्र निवासी महिला ने चार साल पहले बेटे को जन्म दिया। पहले से ही तीन बच्चों की मां ने पति की सहमति से इस नवजात को एक दंपती को गोद दे दिया। तब इस नवजात की उम्र मात्र एक घंटे थी। बच्चे को गोद लेने वाले दंपती लिव इन रिलेशनशिप वाले थे। कुछ समय बाद इस दंपती के रिश्तों में दरार पड़ गई। युवक ने अलग होकर शादी कर ली और युवती इस बच्चे के साथ अपनी जिंदगी गुजारने लगी। वह दो साल से स्थानीय एक स्पा सेंटर में काम कर भरण-पोषण कर रही थी। इस वर्ष बच्चे का स्कूल में एडमीशन भी करा दिया। इसी बीच, ताजगंज पुलिस ने 18 नवंबर को स्पा सेंटरों पर छापा मारा। कार्रवाई में पकड़े गए लोगों में बच्चे को गोद लेने वाली युवती भी शामिल थी। पुलिस ने युवती को जेल भेज दिया। बच्चे की देखरेख उसकी छोटी बहन कर रही है। उधर, बच्चे की मां का वात्सल्य फिर उमड़ने लगा। करीब दो महीने से वो अपने बच्चे की वापसी के प्रयास करने लगी। गोद लेने वाली युवती के जेल चले जाने की खबर सुनकर वो अपने बच्चे को लेने उसकी बहन के पास पहुंची। दोनों का विवाद थाने तक पहुंच गया। दोनों के अपने-अपने दावे और बच्चे की अपनी मां से बेरुखी से पुलिस पशोपेश में पड़ गई। बीच का रास्ता निकालते हुए चाइल्ड लाइन के जरिए बच्चे को राजकीय शिशु गृह भेज दिया। पुलिस अब बच्चे की सुपुर्दगी को लेकर विशेषज्ञों से सलाह मशविरा ले रही है।

25 हजार रुपये में दिया था बेटा

गोद लेने वाली युवती की बहन का कहना है कि बच्चे को 25 हजार रुपये में गोद दिया गया था। इसकी लिखापढ़ी भी है। बच्चे के मां-बाप अब और रकम के लालच में बेटे को मांग रहे हैं।

बेटे ने मां की ओर देखा भी नहीं

थाने में जब मां अपने बेटे को पुचकार रही थी तो मासूम ने उसकी ओर देखा तक नहीं। जबकि बच्चा युवती की गोदी में हाल चला गया। युवती के पास बच्चे को रखने का कोई वैधानिक आधार नहीं था, बच्चा अपनी मां के पास जाना नहीं चाहता था, ऐसे में पुलिस को राजकीय शिशु गृह भेजना पड़ा। पुलिस अब इस मामले में कानूनी मशविरा ले रही है।

चाइल्‍ड लाइन ने मांगी है रिपोर्ट

बालक को फिलहाल राजकीय शिशु गृह में रखा गया है। इसे लेकर सदर और जगदीशपुरा थाने की पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।

रितु वर्मा, चाइल्ड लाइन, समन्वयक 


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