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Agra Nagar Nigam: आगरा में एक करोड़ डूबे, पांच ट्रांसफर स्टेशनों का संचालन ठीक से नहीं

Agra Nagar Nigam हर स्टेशन पर लगे हैं 80-80 टन के दो काम्पैक्टर। ठीक से मानीटरिंग न होने के चलते हर दिन 54 से 58 टन ही पहुंच रहा है कूड़ा। छत्ता जोन शास्त्रीपुरम सहित शहर में छह नए ट्रांसफर स्टेशन खोलने की तैयारी चल रही है।ंं

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 06:04 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 06:04 PM (IST)
हर स्टेशन पर लगे हैं 80-80 टन के दो काम्पैक्टर।

आगरा, जागरण संवाददाता। डीजल चोरी को रोकने के लिए प्रयास अच्छा था। डोर-टू-डोर कूड़ा सीधे ट्रांसफर स्टेशन पहुंचना था और वहां से कूड़ा कुबेरपुर स्थित लैंडफिल साइट। ट्रांसफर स्टेशन में कूड़े को मशीन से दबाना था जिससे एक ट्रक में अधिक कूड़ा आ सके लेकिन नगर निगम के अफसरों की लापरवाही से एक करोड़ रुपये डूब गए हैं। पांच ट्रांसफर स्टेशनों में हर स्टेशन पर 80-80 टन के दो काम्पैक्टर लगे हैं जबकि इसके मुकाबले 54 से 58 टन कूड़ा पहुंच रहा है। इससे स्टेशनों का संचालन ठीक से नहीं हो रहा है। अपर नगरायुक्त सुरेंद्र यादव ने बताया कि ट्रांसफर स्टेशनों में कूड़ा अधिक पहुंचाने के आदेश दिए गए हैं।

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इन क्षेत्रों में हैं ट्रांसफर स्टेशन 

पुरानी मंडी रोड, जूता मंडी, संजय प्लेस, आइएसबीटी परिसर, ताज पूर्वी गेट के पास।

छह नए ट्रांसफर स्टेशन खोलने की चल रही तैयारी 

छत्ता जोन, शास्त्रीपुरम सहित शहर में छह नए ट्रांसफर स्टेशन खोलने की तैयारी चल रही है। इसका टेंडर जारी हो गया है।

इसलिए पड़ी जरूरत 

डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है। यह गाड़ियां सीधे ट्रांसफर स्टेशन पहुंचती हैं जहां मशीन में कूड़ा पलट दिया जाता है। कूड़े को दबाया जाता है। इससे एक गाड़ी में अधिक कूड़ा आ जाता है।

पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण निलंबित

नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण को निलंबित कर दिया गया है। लखनऊ नगर निगम में तैनाती के दौरान कूड़ा निस्तारण में गड़बड़ी का आरोप है। पंकज को निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है। चार माह पूर्व उनकी तैनाती आगरा में हुई थी।

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम ने चार माह पूर्व लखनऊ स्थित लैंडफिल साइट का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में कूड़ा का निस्तारण ठीक से न होते हएु पाया गया। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई। नगर निगम लखनऊ के तत्कालीन पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण सहित तीन अफसरों को दोषी पाया गया। पंकज का तबादला आगरा कर दिया गया। शासन ने इसकी रिपोर्ट एनजीटी में भेज दी। शासन ने अब पर्यावरण अभियंता पंकज को निलंबित कर दिया गया है।


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