राधारानी की मां के नाम पर बना भव्य कीरत मंदिर, जानिए कब से खुलेंगे पट
उत्तर भारत की मशहूर नागर शैली में बरसाना में बनाया गया है पहला मंदिर। रंगीली महल में कीरत मंदिर का लोकार्पण 11 फरवरी को होगा।
आगरा, किशन चौहान। ब्रज की ठकुरानी राधिका रानी के तो कई मंदिर मिल जाएंगे लेकिन उनको जन्म देने वाली मां कीरत का देश में पहला मंदिर बरसाना में बनाया गया है। कृपालु महाराज के रंगीली महल परिसर में बने इस भव्य मंदिर का 11 फरवरी को लोकार्पण किया जाएगा। इसके साथ ही यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।
बरसाना के रंगीली महल में कृपालु महाराज ने 2005 में राधारानी की मां का मंदिर बनाने का संकल्प लेकर इसकी आधारशिला रखी। इसके बाद से मंदिर का निर्माण लगातार चला। उत्तर भारत की मशहूर नागर शैली में बने इस मंदिर में दो फ्लोर और शिखर हैं। मुख्य गर्भगृह में राधारानी की उनकी मां कीरत के साथ मूर्ति है। इसके अलावा राधा-कृष्ण, राम-सीता और अष्टसखियों की मूर्ति हैं। मंदिर वृंदावन के प्रसिद्ध प्रेम मंदिर सरीखा है। रात में रंगीन रोशनी में इसकी आभा देखते बनेगी।
नवनिर्मित राधारानी की मां कीरत के कीरत मंदिर का लोकार्पण 11 फरवरी को विभिन्न धार्मिक आयोजनों के साथ होगा। 7 फरवरी को मंदिर से जुड़े 5100 सत्संगी सिर पर कलश रखकर भक्ति की धुनों के साथ प्रेम सरोवर का जल लाकर मंदिर पर जल वर्षा करेंगे। भक्त मंडल कीरत मंदिर के लोकार्पण को राधारानी को आमंत्रित करने के लिए श्रीजी महल पहुचेंगे। 8 और 9 जनवरी को वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजा अर्चना होगी। 10 फरवरी को राधारानी को गोद में लिए मां कीरत की प्राण प्रतिष्ठा होगी। 11 जनवरी को मंदिर के कपाट सभी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इस अवसर पर बरसाना के समीपवर्ती रहने वाले करीब 15 हजार ग्रामीणों को उपहार प्रदान किए जाएंगे।