मथुरा जेल से फरार कुख्यात फीरोजाबाद पुलिस के हत्थे चढ़े, सिर पर था इनाम Agra News
एक महीने से नारखी में किराए पर रहता था एक शातिर चेकिंग में हुई मुठभेड़। नए साल के जश्न के दौरान फांदी थी दीवार दिल्ली वाराणसी में डाला था डेरा।
आगरा, जेएनएन। दो साल पहले जेल में मन रहे नए साल के जश्न का फायदा उठाकर मथुरा जेल से फरार दो कुख्यात मुठभेड़ में नारखी, फीरोजाबाद पुलिस के हत्थे चढ़ गए। दो साल तक दिल्ली और वाराणसी में नाम बदलकर छुपने वाले दो शातिर लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे थे, जबकि उनका तीसरा साथी अब भी फरार है। पकड़े गए दोनों शातिरों पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
31 दिसंबर 2017 की रात मथुरा जिला कारागार से किशोर बैरिक में बंद राहुल पुत्र तहसीलदार निवासी हथौड़ा जलेसर एटा, कलुआ उर्फ शेरा पुत्र नवाब खां निवासी किशोरपुरा वृंदावन तथा संजय पुत्र रमेश निवासी नगला कालदास अछनेरा आगरा फरार हो गए थे। एसएसपी सङ्क्षचद्र पटेल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि जेल से फरार बदमाशों की बाइक से जाने की सूचना पर नारखी पुलिस ने चेकिंग शुरू की। चेकिंग के दौरान पल्सर सवार दो युवक पुलिस को देखकर भागे। मुठभेड़ में पुलिस ने दोनों बदमाशों को पकड़ लिया गया। पकड़े गए आराेेपित राहुल और कलुआ मथुरा जेल से फरार हुए थे। फरारी के दौरान दोनों दिल्ली और वाराणसी में काम करते रहे। एक माह पहले राहुल नारखी के सिकंदरपुर में किराए के घर में रहता था। दोनों आरोपित से पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार करने वाली टीम में सीओ टूंडला डॉ अरुण कुमार, इंस्पेक्टर बृजेश कुमार ङ्क्षसह आदि शामिल रहे।
वाराणसी से अलग हुआ था तीसरा शातिर संजय
पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि तीनों मथुरा से भागने के बाद कई महीने तक वाराणसी में टिके रहे। वहां कैंटीन में काम करते थे। वाराणसी से संजय अलग चला गया और वे दोनों वापस चले गए। एसएसपी का कहना है कि मथुरा पुलिस को सूचना दे दी गई है। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।