कागजों में नया आदेश, धरातल पर पुराना ढर्रा
- निजी नलकूप वाले फीडरों से दस के बजाय 14 घंटे विद्युत सप्लाई का हुआ था आदेश - पिनाहट फतेहपुर सीकरी किरावली जगनेर में सप्लाई आठ से नौ घंटे
जागरण संवाददाता, आगरा: निजी नलकूपों को 14 घंटे बिजली सप्लाई देने का आदेश कागजों में भले ही हो गया हो, लेकिन धरातल की स्थिति पुराने ढर्रे पर है। किसानों को बिजली अभी भी आठ से नौ घंटे ही मिल रही है।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) आगरा देहात में घरेलू सप्लाई से अलग 116 फीडरों पर निजी नलकूप के लिए दस घंटे बिजली देता थी। जिससे किसानों का भला नहीं हो रहा था। धान और बाजरा की फसल पानी के बिना सूख रही थीं। आगरा के जनप्रतिनिधियों ने इसकी शिकायत ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से की। मंत्री के आदेश पर डीवीवीएनएल ने दस की जगह 14 घंटे सप्लाई देने का आदेश लिखित में जारी कर दिया, लेकिन आदेश के 48 घंटे बाद भी डीवीवीएनएल के मुख्यालय से महज 33 किलोमीटर दूर खेरागढ़ के किसानों को सप्लाई नौ घंटे ही मिली। वह भी टुकडों में। यही हाल पिनाहट, फतेहपुर सीकरी, किरावली, जगनेर का रहा है। जबकि एत्मादपुर व खंदौली में सप्लाई 14 घंटे हुई।
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दस घंटा सप्लाई के आदेश में केवल आठ घंटे बिजली मिलती थी। 14 घंटे का आदेश होने के बाद भी सप्लाई में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
श्यामवीर सिंह, जाजौली, फतेहपुर सीकरी नलकूप की लाइन अलग हो गई, पर फायदा नहीं हुआ। आठ घंटे की सप्लाई भी टुकड़ों में मिलती है। इससे हमारी फसल सूख रही है।
सुखवीर सिंह, पतसाल, फतेहपुर सीकरी दस घंटे में दो घंटा कटौती होती है। 14 घंटे में और बढ़ जाएगी। सप्लाई में गड़बड़ फीडर पर रहने वाले कर्मचारी करते हैं।
राम सिंह कुशवाह, निवासी सामरा, फतेहपुर सीकरी
हमारे नलकूप को नौ घंटे बिजली मिल रही है। फीडर के कर्मचारियों का कहना है कि 14 घंटे सप्लाई का आदेश उन्हें नहीं मिला है।
दीवान सिंह, निवासी रिछोह, जगनेर
बारिश कम होने से बिजली की खपत ज्यादा हुई है। दस घंटे में एक किसान की फसल की सिचाई संभव है। बाकी किसानों की फसल सूखी है।
रामस्वरूप, निवासी बरिगबा खुर्द, जगनेर
हमारे नलकूप की बिजली सप्लाई टुकड़ों में मिलती है। वह भी दस घंटे पूरी नहीं मिलती।
बबलू सिंह, निवासी जेंगारा