किसान- कारोबारियों ने फ्री कराया टूंडला टोल, सहमे टोल कर्मचारी
भारतीय किसान यूनियन का व्यपारी और सवर्ण संगठन कर रहे समर्थन।
आगरा(जागरण संवाददाता): आखिरकार आंदोलन रंग लाया और किसानों के साथ कारोबारियों ने टूंडला टोल को फीरोजाबाद के वाहनों के लिए फ्री करा ही लिया। शनिवार सुबह टूंडला टोल का घेराव करने आए भारतीय किसान यूनियन, व्यापारी और सवर्ण संगठनों के सदस्यों ने यूपी 83 फीरोजाबाद नंबर के वाहनों को टोल से फ्री कराने के बाद ही चैन की सांस ली। एक दिन पूर्व किये गए ऐलान के कारण विभिन्न थानों का फोर्स मौके पर तैनात रहा। प्रशासन को तनाव के कारण विवाद की आशंका थी, जिसके कारण सुबह से ही फोर्स तैनात किया गया। प्रदर्शनकारियों के घेराव के कारण टोल कर्मचारी भयभीत रहे।
जिला एक ही है तो फिर वाहनों पर टोल किस बात का? गृह नगर में एक से दूसरी जगह आवागमन पर वसूले जा रहा टोल टैक्स जिला प्रशासन की मनमानी है। किसान और कारोबारियों का उत्पीड़न इस तरह से बर्दाश्त से बाहर है। लंबे समय से चल रही टूंडला टोल पर फीरोजाबाद के वाहन कर मुक्त करने की मांग पिछले कुछ दिनों से जोर पकड़े हुए थी। इस मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार को टूंडला टोल के घेराव का ऐलान कर दिया था। भाकियू के इस ऐलान का समर्थन व्यापारी और सवर्ण संगठन ने भी किया।
शनिवार सुबह करीब 11 बजे से ही टोल प्लाजा पर विभिन्न थानों का फोर्स तैनात हो गया था। करीब एक बजे प्रदर्शनकारियों की भीड़ वाहनों पर सवार होकर पहुंची।
बता दें कि फीरोजाबाद जिले में प्रवेश के लिए दो टोल हैं। टूंडला और
कठफोरी। जिले में प्रवेश के लिए फीरोजाबाद के वाहनों को भी शुल्क देना पड़ता है। जिले में आवागमन करने वालों में फीरोजाबाद के व्यवसायी और किसान अधिक संख्या में हैं। इन्हें काम के सिलसिले में कई बार टूंडला या आस पास के कस्बों में जाना पड़ता है। टूंडला और कठफोरी सीमा में प्रवेश से पहले फीरोजाबाद के वाहनों को हर बार शुल्क देना पड़ता था। संगठन के लोग लंबे समय से फीरोजाबाद के वाहन करमुक्त करने की मांग कर रहे थे लेकिन अब तक कोई सुनवाई न होने से घेराव का ऐलान कर दिया गया। घेराव में भारी संख्या होने और तनाव की स्थिति को समझते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थानों का फोर्स टोल प्लाजा पर सुबह से तैनात हो गया था।
सिर्फ अपनों के लिए ही लिया लाभ:
फीरोजाबादवासियों को उम्मीद थी कि टोल प्लाजा पर वाहनों के करमुक्त रहने की सुविधा सभी को मिलेगी, लेकिन इससे इतर प्रदर्शन सिर्फ अपनों तक हर सीमित रहा। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु ने बताया कि हमारी मांग थी कि यूनियन, व्यापारियों
टोल वसूला न जाए। बाकि लोगों की जिम्मेदारी हमारी नहीं है।