CoronaVirus: एसएन की इमरजेंसी सेवाओं का संभाला मोर्चा, नहीं होगी इलाज में देरी
एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉ नीरज यादव ने टीम के साथ गंभीर मरीजों के इलाज की सुविधा की शुरू। टीबी मरीजों की सेवा में जुटी स्टाफ नर्स।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के चलते गंभीर मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी को चालू कर दिया गया है। यहां गंभीर मरीजों के साथ ही बुखार के मरीजों का 24 घंटे इलाज शुरू हो गया है।
एसएन के बाल रोग विभाग के डॉ नीरज यादव सात दिन से इमरजेंसी और नए 100 बेड के आइसोलेशन की तैयारी करने में जुटे हैं। सबसे पहले कोरोना संक्रमित मरीजों को एसएन इमरजेंसी में भर्ती किया गया था, इससे इमरजेंसी में गंभीर मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा था। यहां से मरीजों को स्त्री रोग विभाग की बिल्डिंग एमसीएच शिफ्ट कर दिया गया। इमरजेंसी खाली होने के बाद उसे सेनिटाइज कराया गया, अब इसे चालू कर दिया गया है। बाल रोग विभाग में 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जा रहा है।
उधर, सबसे ज्यादा समस्या टीबी मरीजों को हो रही है। वे सांस उखडऩे पर एसएन के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट में पहुंच रहे हैं। यहां स्टाफ नर्स अर्चना सिंह मरीजों की देखरेख कर रही हैं, संक्रमण की आशंका न रहे, इसके लिए मास्क और ग्लब्स पहनकर डयूटी कर रही हैं।
आगरा के साथ ही आसपास के जिलों से गंभीर मरीज एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में आते हैं, इसे चालू कर दिया गया है, डॉक्टरों की टीम के साथ बैठक कर इमरजेंसी के लिए अलग से टीम गठित की गई है, जिससे गंभीर मरीजों को इलाज मिल सके। उनकी जान बचाई जा सके।
डॉ नीरज यादव, एसएन मेडिकल कॉलेज
टीबी के मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है, उन्हें खांसी आती है, बुखार भी होता है। ऐसे में निजी अस्पतालों में इलाज नहीं मिल रहा है। यहां उन्हें भर्ती करने के बाद देखरेख की जा रही है, वार्ड में डयूटी कर होम क्वारंटाइन में रह रहे हैं।
अर्चना सिंह, स्टाफ नर्स एसएन मेडिकल कॉलेज