Ambedkar University: नए सत्र में 29 नए कोर्सों के साथ तैयार रहेगा आंबेडकर विवि
विद्या परिषद में नए कोर्सों को मिली हरी झंडी। एमसीए का पाठ्यक्रम किया छोटा। आवासीय परिसर में शुरू होगा बीएलएलबी अॉनर्स। जीएसटी कोर्स के मिलेंगे प्रमाणपत्र।
आगरा, प्रभजोत कौर। डा. भीमराव आंबेडकर विवि नए सत्र से 29 नए कोर्सों के साथ अपडेट हो रहा है। इसके लिए शुक्रवार को विद्या परिषद की बैठक में नए कोर्सों को हरी झंडी मिल गई है। आवासीय परिसर के अलावा आरबीएस कालेज में भी 13 नए कोर्स शुरू होंगे। कई अन्य संस्तुतियों पर भी विद्या परिषद की बैठक में विचार किया गया।
नए सत्र से शुरू होंगे कोर्स
आवासीय परिसर के विभागों द्वारा 29 नए पाठ्यक्रमों को शुरू करने का प्रस्ताव विद्या परिषद के सामने रखा गया था। शुक्रवार को हुई बैठक में परिषद द्वारा सभी कोर्सों का अनुमोदन कर लिया गया है। नए सत्र से केएमअाई से फ्रेंच भाषा में एमए, पोस्ट ग्रेजुएड डिप्लोमा इन ट्रांसलेशन, बीए अॉनर्स इन हिंदी, बीए अॉनर्स इन लिंगविसि्टक शुरू होंगे। आईईटी में सात पाठ्यक्रम, जिनमें बीवॉक इन प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी, बीवॉक इन साफ्टवेयर डवलपमेंट, बीवॉक इन रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशन के डिप्लोमा कोर्स के साथ सीसीटीवी इंस्टॉलेशन टेक्नीशियन, कंप्यूटर न्यूमेरिक कंट्रोल मशीन शुरू होंगे। फॉर्मेसी विभाग भी पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन हर्बल ड्रग्स, डिप्लोमा इन फॉर्मेसी और एम फार्मा शुरू करेगा। दाऊदयाल वोकेशनल इंस्टीट्यूट ने रिनुएल एनर्जी, मैनेजमेंट एंड इंफोरमेशन टेक्नोलॉजी में बीवॉक, कंप्यूटर मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट आदि कोर्सों के प्रस्ताव भेजे थे, जिनका अनुमोदन परिषद द्वारा कर लिया गया है। गृह विज्ञान संस्थान में कंप्यूटेशनल केमेस्टी कोर्स शुरू होगा। दीन दयाल उपाध्याय ग्राम विकास संस्थान के लोक प्रशासन, आपदा प्रबंधन व रसायन विज्ञान विभाग के नए पाठ्यक्रमों के प्रस्तावों को पूर्व में ही मान लिया गया था।आरबीएस कालेज से 13 नए कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव था, जो मान लिया गया है। बीएलएलबी अॉनर्स भी आवासीय परिसर में ही शुरू होगा। विद्या परिषद के बाद अब बार काउंसिल अॉफ इंडिया को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
वापस होगी फीस, दिए जाएंगे प्रमाणपत्र
विवि द्वारा जीएसटी कोर्स शुरू किया गया था। जिसे सफलता न मिलने के कारण एक साल बाद बंद कर दिया गया था।विद्या परिषद की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने निर्णय लिया कि सभी विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। जिन विद्यार्थियों ने एक भी दिन प्री पीएचडी कोर्स की एक भी क्लास अटैंड नहीं की है, उन विद्यार्थियों को नियमानुसार विवि द्वारा फीस वापस की जाएगी।
अॉनलाइन होंगे वायवा
रिसर्च एडवाइजरी कमेटी द्वारा स्थगित चल रहे एमफिल और पीएचडी के 82 वायवा अॉनलाइन कराने का प्रस्ताव रखा गया था, इसे भी मान लिया गया है। पहले दो हफ्ते पहले तिथि सुनिशि्चत करनी होती थी, अब दस दिन का समय तय किया गया है। पूर्व में नियम बनाया गया था कि वायवा सिर्फ शनिवार को होंगे। बैठक में इस नियम में भी बदलाव करते हुए वायवा किसी भी दिन लेने का फसला लिया गया। विवि से पीएचडी कर रहे नौ विद्यार्थियों ने अधिकतम समय सीमा यानि छह साल से ज्यादा समय में थीसिस जमा करने की अनुमति मांगी थी। जिसे नकार दिया गया है। कंप्यूटर साइंस विभाग में संचालित एमसीए पाठ्यक्रम को तीन की बजाय दो साल का कर दिया गया है।एआईसीटीई के नियमानुसार कोर्स भी कम कर दिया गया है। इस प्रस्ताव को भी परिषद ने पास कर दिया है।
यह रहे उपस्थित
रजिस्ट्रार डा. अंजनी कुमार मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार, एफओ एके सिंह,प्रो. प्रदीप श्रीधर, प्रो. सुगम आनंद, प्रो. विनीता सिंह,प्रो. यूसी शर्मा, प्रो. लवकुश मिश्रा, प्रो. शरद उपाध्याय,प्रो. दिवाकर खरे आदि।