Breaking: विधायक जगन प्रसाद गर्ग का निधन, हार्ट अटैक से हुई मौत
तबियत बिगड़ने पर पुष्पांजलि हॉस्पीटल लेकर गए थे परिजन। आगरा में पांच बार विधायक रहे।
आगरा, जागरण संवाददाता। पांच बार विधायक रहे जगन प्रसाद गर्ग का निधन हो गया है। हार्ट अटैक के कारण उनका देहांत हुआ। इस बात की पुष्टि उनके भतीजे मनोज गर्ग ने की। बताया जा रहा है कि तबियत बिगड़ने पर उन्हें पुष्पांजलि हॉस्पीटल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। इसके बाद परिजन उन्हें रेनबो हॉस्पीटल लेकर गए। यहां भी डॉक्टर्स ने मना कर दिया।
विधायक जगन प्रसाद गर्ग राजनीति के क्षेत्र के अलावा सामाजिक जीवन में भी खासे लोकप्रिय थे। लंबे समय तक राम लीला कमेटी के अध्यक्ष रहे। 2018 में जनकपुरी समिति के भी अध्यक्ष रहे थे। जगन प्रसाद ने अपना राजनीतिक करियर उपचुनाव से शुरु किया था। 1998 में उन्होंने पहला उपचुनाव जीता था। कहना गलत न होगा कि वे उपचुनाव होने की पटकथा लिख गए। आगरा पूर्वी जो बाद में बदलकर उत्तरी हो गई विधानसभा क्षेत्र में वैश्य वोट जगन प्रसाद गर्ग के खाते में ही जाता था। करीब 65 वर्ष की उम्र उन्होंने अंतिम सांस ली। यह खबर शहर में आग की तरह जैसे ही फैली लोगों का उनके घर पर जुटना शुरु हो गया। शहर के हर खास और आम लोग दिवंगत विधायक के आवास पर पहुंच रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके अंतिम दर्शन करने थोड़ी देर में पहुंचेंगे। पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा के भी आने की सूचना मिल रही है।
जगन प्रसाद गर्ग 1998 में भाजपा विधायक और मंत्री सत्यप्रकाश विकल के निधन के बाद हुए उपचुनाव में पहली बार विधायक चुने गए थे। उसके बाद कभी भी हार का मुंह उन्होंने नहीं देखा। वैश्य समाज में दमदार पकड़ के चलते 2007 में बसपा की और 2012 से सपा की लहर के बावजूद वे अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। मृदुभाषी स्वभाव और क्षेत्रीय जनता के सुख दुख में सक्रिय रहने के चलते विरोधी भी उनके मुरीद थे। पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर विधायक ने पुत्रधर्म निभाते हुए मुंडन संस्कार एवं तेहरवीं भी की थी।