Conservation Work: राजस्थान में लॉकडाउन, आगरा में थम गया स्मारकों का संरक्षण कार्य
भरतपुर से स्मारकों के संरक्षण के लिए आते हैं मजदूर। ताजमहल आगरा किला व हाथी गेट पर बंद हुआ काम। पड़ोसी राज्य से काम करने आने वाले मजदूर भी हो गए हैं संक्रमित। कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति के चलते काम शुरू होने की उम्मीद भी नहीं है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में स्मारकों पर ताला लटका हुआ है। पर्यटकों के लिए तो स्मारक बंद हैं ही, संरक्षण कार्य भी थम गए हैं। ऐसा राजस्थान में लॉकडाउन के चलते वहां से मजदूरों के नहीं आ पाने की वजह से हो रहा है। संरक्षित स्मारकों में भरतपुर से आने वाले मजदूर काम करते हैं।
कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने पर संस्कृति मंत्रालय ने 16 मार्च से 15 मई तक के लिए देशभर के स्मारकों को बंद किया था। बाद में इस बंदी को बढ़ाकर 31 मई तक कर दिया गया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा स्मारकों में किया जाने वाला संरक्षण कार्य राजस्थान में लॉकडाउन होने के साथ ही प्रभावित होना शुरू हो गया था। स्मारकों में रेड सैंड स्टोन का काम अधिक होने से भरतपुर से आए मजदूर यह काम किया करते थे। वो यहां सुबह आकर शाम को लाैट जाया करते थे। उप्र में जब तक बंदी नहीं हुई थी तब तक खंदौली से आने वाले मजदूर संरक्षण कार्य में जुटे थे। ताजमहल, आगरा किला और हाथीगेट पर चल रहे संरक्षण कार्य किए जा रहे थे, लेकिन बीते कुछ दिनों में यह काम पूरी तरह बंद हो गए हैं। हाल-फिलहाल कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति के चलते शीघ्र ही काम शुरू होने की उम्मीद भी नहीं है। कई मजदूर संक्रमित या बीमार हो चुके हैं।