Agra Delhi Highway: आगरा-दिल्ली हाईवे पर वाहन चलाएं जरा संभल कर, यहां दौड़ती है मौत
एनएचएआई मथुरा खंड ने हाईवे पर नहीं किए हैं संरक्षा के इंतजाम। कोहरे में हादसे से नहीं किया जा सकता है इन्कार। जगह जगह बना रखे हैं कट और न ही निर्माण कार्य के दौरान सावधानी बरतने को लगाए गए दिशा-निर्देश। इसी के चलते अक्सर हो रहे हैं हादसे।
आगरा, जागरण संवाददाता। अगर आप नेशनल हाईवे 19 पर सफर कर रहे हैं तो जरा संभल कर या हर कदम पर मौत दौड़ती है। लाखों रुपए का टोल वसूलने के बाद भी हाईवे पर ना तो संरक्षा के इंतजाम हैं और ना ही रोड की मरम्मत की जा रही है। जिसके चलते कोहरे में वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं हादसों से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
9 साल पूर्व दिल्ली आगरा नेशनल हाईवे 19 को छह लेन करने का कार्य शुरू हुआ था यह प्रोजेक्ट वर्ष 2017 तक पूरा होना था लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएचएआई) मथुरा खंड के अफसरों की लापरवाही के चलते अभी तक चौड़ीकरण का कार्य पूरा नहीं हुआ है। यहां तक संरक्षा के जो इंतजाम होने चाहिए वह भी नहीं किए गए हैं। सिकंदरा सब्जी मंडी अंडरपास की एक लेन 2 साल से बंद है लेन चालू ना होने से पूरा ट्रैफिक सर्विस रोड से होकर गुजरता है, जिससे हर पल जाम लगता है।
15 दिनों में चालू होगा सिकंदरा सब्जी मंडी अंडरपास
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मथुरा खंड के परियोजना निदेशक मनोज बंसल का कहना है कि 15 दिनों के भीतर अंडरपास की बंद पड़ी एक लेन को चालू कर दिया जाएगा। हालांकि इससे पूर्व भी परियोजना निदेशक द्वारा अंडर पास को चालू करने का दावा किया गया था।
संरक्षा के यह नहीं किए गए इंतजाम
- मोड़ या फिर निर्माणाधीन कार्य के 20 मीटर पूर्व अनिवार्य रूप से संकेतक चिन्ह लगा होना चाहिए जिससे समय रहते वाहन चालकों को इसकी जानकारी हो सके।
- रोड के दोनों साइड बैरिकेडिंग होनी चाहिए जिससे पशु या फिर अन्य कोई जानवर रोड पर सीधे ना आ सके।
- डिवाइडर और बेरीकेडिंग पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाए जाने चाहिए जिससे कोहरे में वाहन चालकों को किसी तरीके की दिक्कत का सामना ना करना पड़े।