Dbrau: आगरा और अलीगढ़ के 211 कालेज तीन साल के लिए होंगे डिबार, ये है वजह
Dr Bhimrao Ambedkar University लगातार नोटिस के बाद भी नियंत्रण कक्षों से लिंक नहीं किए सीसीटीवी कैमरे- कार्यवाहक कुलपति के निर्देश पर तैयार होगी सूची इस सूची को तीन जून को होने वाली परीक्षा समिति की बैठक में रखा जाएगा
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा चल रही हैं। इससे पहले सेमेस्टर परीक्षाएं हुई थीं। दोनों ही परीक्षाओं में 410 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। दोनों ही परीक्षा के दौरान लगभग 211 ऐसे केंद्र हैं, जिन्होंने सीसीटीवी लिंक को नियंत्रण कक्षों से लिंक नहीं कराया है। ऐसे केंद्रों को कई बार नोटिस दिया गया है। अब जून में होने वाली कार्य परिषद और परीक्षा समिति की बैठक में ऐसे कालेजों की सूची रखी जाएगी और उन्हें तीन साल के लिए डिबार कर दिया जाएगा।
परीक्षाएं 29 अप्रैल को समाप्त हुई
विश्वविद्यालय द्वारा अप्रैल माह में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत स्नातक पाठ्यक्रमों की सेमेस्टर परीक्षाएं कराई गई थीं। यह परीक्षाएं 29 अप्रैल को समाप्त हुई और उसके तुरंत बाद मुख्य परीक्षाएं शुरू हो गईं। आगरा मंडल में 235 और अलीगढ़ मंडल में 175 परीक्षा केंद्र बनाए गए।
जिन पर नजर रखने के लिए दो नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए। शासन ने निर्देश दिए कि सभी परीक्षा केंद्र को नियंत्रण कक्षों से सीसीटीवी लिंक द्वारा लिंक किया जाएगा। इसके लिए सभी केंद्रों को कई बार निर्देश दिए गए,पर केंद्रों ने गलत डाटा दिया। केंद्रों की इस मनमानी के कारण सामूहिक नकल और अन्य अव्यवस्थाएं भी उड़नदस्तों द्वारा पकड़ी गईं। कई केंद्रों पर उड़नदस्तों ने अपने सामने सीसीटीवी कैमरे लिंक कराएं।
आगरा मंडल के नियंत्रण कक्ष प्रभारी प्रो. वीके सारस्वत ने बताया कि 235 में से 75 केंद्र ऐसे थे, जो बार-बार अपने कैमरे बंद कर देते थे। कई बार नोटिस देने के बाद इनकी संख्या 40 हुई है। लेकिन अभी भी 60 केंद्र ऐसे हैं, जिन्होंने डाटा नहीं दिया है। अलीगढ़ मंडल के नियंत्रण कक्ष प्रभारी प्रो. मनुप्रताप सिंह ने बताया कि 175 में से 108 ने डाटा दिया था, लेकिन सीसीटीवी सिर्फ 24 केंद्रों के ही काम करते हैं।
कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने निर्देश दिए हैं कि जो केंद्र अब तक सीसीटीवी कैमरों को नियंत्रण कक्षों से लिंक नहीं करा पाए हैं, उनकी सूची तैयार की जाए। इस सूची को तीन जून को होने वाली परीक्षा समिति की बैठक में रखा जाएगा और तीन साल के लिए डिबार किया जाएगा।