बैंड, बाजा और बंदूक..निजामपुर की शादी छाएगी रू पहले पर्दे पर
चर्चित शादी पर बनेगी डाक्यूमेंट्री फिल्म, तैयारी में निर्माता। जिला प्रशासन से मांगी अनुमति, पक्षधर दिख रहा प्रशासन।
आगरा(जेएनएन): बैंडिट क्वीन की स्टोरी लिखने वाले लेखक रंजीत कपूर की पटकथा पर गांव निजामपुर में लाइट, एक्शन और कैमरा की आवाज सुनाई देगी। देश भर में चर्चित निजामपुर प्रकरण पर फिल्म तैयार होगी जो जल्द ही पर्दे पर दिखाई देगी। डॉक्यूमेंट्री फिल्म को लेकर निर्माता ने तैयारी कर ली है और प्रशासन से अनुमति मांगी है। प्रशासन भी पक्षधर दिखाई दे रहा है।
कासगंज क्षेत्र के गांव निजामपुर में बीती 15 जुलाई को हुई अनुसूचित जाति के दूल्हे संजय और शीतल की शादी देश भर में चर्चा का विषय बनी रही। यहां ठाकुरों द्वारा दूल्हें को घोड़ी न चढ़ने देने के प्रकरण ने तूल पकड़ लिया था। मामला हर रोज सुíखयों में बना रहा। अंतत: प्रदेश सरकार हिल गई और जिला प्रशासन को कड़ी सुरक्षा के बीच अनुसूचित जाति के दूल्हे की शादी करानी पड़ी। चूंकि लगभग चार माह तक यह मामला सुíखयों में बना रहा। ऐसे में इस शादी को देखने की ललक हर किसी के मन में थी। बहराल निर्धारित तिथि पर बारात गलियों में घूमी और शादी शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। अब यह शादी जल्द ही बड़े पर्दे पर छाएगी। कारण है कि फिल्म निर्माता नोएडा निवासी कैलाश मासूम ने मुंबई में इस फिल्म की योजना तैयार कर ली है और इसकी पटकथा तैयार करने को रंजीत कपूर को राजी किया है। फिल्म निर्माता ने इस फिल्म का टाइटल बैंड-बाजा और बंदूक रखा है। जिसमें अनुसूचित जाति के दूल्हे के संघर्ष का वर्णन होगा। जिला प्रशासन से इस संबंध में निर्माता ने अनुमति भी मांगी है।
फंसेगा सहमति का पेच:
शादी को लेकर ही गांव में विवादों की चर्चा जोरों पर रही और अब जब शादी पर ही पूरी फिल्म तैयार होगी, जिसकी शू¨टग भी निजामपुर में ही होगी तो निश्चित ही एक बार फिर तनाव के हालात पैदा होंगे। निर्माता ने संजय और उसके ससुरालीजनों के अलावा गांव में दूसरे पक्ष से संपर्क नहीं किया है, ऐसे में सहमति का पेच फंसता नजर आ रहा है। वहीं संजय के ससुरालीजनों ने भी अपनी सहमति नहीं दी है।
20 दिन तक रहेगा आकर्षण: चर्चित शादी को लेकर जब डॉक्यूमेंट्री फिल्म तैयार की जा रही है और उसकी पटकथा भी जब जाने-माने लेखक रंजीत कपूर लिख रहे हो तो फिल्म का आकर्षण तय है। जब गांव में 20 दिन तक इसकी शू¨टग चलेगी तो निश्चित ही आस-पास के तमाम लोग यहां पहुंचेगे और गांव फिर से चर्चा का केंद्र बनेगा। निर्माता ने मांगी अनुमति: जिलाधिकारी आरपी सिंह का इस बारे में कहना है कि निजामपुर प्रकरण को लेकर फिल्म निर्माता कैलाश मासूम अनुमति मांगने आए थे, उन्होंने अपनी योजना बताई है। फिलहाल विचार किया जा रहा है, अनुमति नहीं दी गई है।