वर्चस्व की जंग, संगठन पर दावेदारी, सरकार समर्थक संगठन में बढ़ती जा रही रार
विहिम से निष्कासित पदाधिकारियों ने किया दावा। अलीगढ़ में संगठन विस्तार करने पहुंचे तो दौड़ाया।
आगरा, जागरण संवाददाता। विश्व हिंदू महासंघ में फैली रार और बढ़ती जा रही है। संगठन से निष्कासित बताए जा रहे सुमित कटियार खुद को प्रदेशाध्यक्ष होने का दावा कर रहे हैं, तो गोरखनाथ मंदिर भिखारी प्रजापति के अध्यक्ष होने की पुष्टि कर रहा है। जल्द ही वे आगरा में संगठनात्मक बैठक कर भ्रम की स्थिति समाप्त करने की तैयारी कर चुके हैं।
सूबे में भगवा समर्थक सरकार का गठन हुआ और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने तो संगठन में जोश भर गया। ऐसे में कुछ लोगों ने संगठन की लाइन से अलग जाकर गतिविधि की तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसमें तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष सहित कई अन्य पदाधिकारी थे। इसके बाद संगठनात्मक रार पैदा हुई और खेमे बाजी शुरू हो गई। कुछ ने निष्कासित खेमे पर हाथ रख दिया तो संघर्ष शुरू हो गया। समानांतर प्रयास होने लगे, जिसने विवाद का रूप ले लिया। शनिवार को निष्कासित पक्ष अलीगढ़ में संगठन विस्तार के लिए गया तो उन्हें दौड़ दिया। लेन-देन के आरोप भी मढ़े गए। निष्कासित पक्ष ने सोशल मीडिया का रास्ता पकड़ा और उस पर अपनी भड़ास निकालना शुरू कर दिया। खुद को सही होने का दावा भी किया गया।
क्या है प्रदेशाध्यक्ष का कहना
एक वर्ष पहले सुमित कटियार को संगठन से निष्कासित किया जा चुका है। वे संगठन विस्तार और दायित्व के नाम पर किसी से सहयोग राशि ले रहे थे, जिस पर अलीगढ़ में लोग भड़क गए। उन्होंने सार्वजनिक नाराजगी भी जताई है।
भिखारी प्रजापति, प्रदेशाध्यक्ष विश्व हिंदू महासंघ
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