ताजमहल के टर्नस्टाइल गेट को लेकर फिर उठी विरोध की आवाज, जानिये क्या रही वजह
ताज के पश्चिमी गेट की ओर से निकलता है प्राचीन महादेव मंदिर का रास्ता। टर्नस्टाइल गेट के चलते एएसआइ ने किया मंदिर का मार्ग बंद।
आगरा, जागरण संवाददाता: पर्यटकों की सुविधा को लेकर ताजमहल पर एएसआइ द्वारा बनवाए गए टर्न स्टाइल गेट स्थानीय लोगों के लिए असुविधा का सबब बन गए हैं। इन द्वारों के कारण लोगों की आस्था और भक्ति में व्यवधान पड़ रहा है। जिसके चलते हिंदूवादी संगठनों के विरोध के स्वर अब तीखे हो चले हैं।
शुक्रवार की सुबह ताजमहल के पश्चिमी गेट पर यमुना किनारे बसई घाट स्थित प्राचीन सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का मार्ग बंद करने पर हंगामा हो गया।
दरअसल करीब दो माह पूर्व एएसआइ द्वारा ताजमहल के पश्चिमी गेट पर टर्नस्टाइल गेट बनवाए गए हैं। ताजमहल भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा जांच के बाद प्रवेश यहीं से दिया जाएगा। टर्नस्टाइल गेट के दोनों तरफ अलग से प्रवेश द्वार हैं, जिनसे होकर स्थानीय लोग बसई घाट स्थित प्राचीन सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना के लिए जाते थे। मंदिर जाने के लिए यही एकमात्र मार्ग था। अब इस मार्ग को बैरिकेडिंग लगाकर एएसआइ द्वारा बंद कर दिया गया है। इसका विरोध स्थानीय लोगों के साथ हिंदूवादी संगठन भी कर रहे हैं। करीब एक माह पूर्व भी विरोध हुआ था और पुलिस द्वारा लगवाई गई बैरिकेडिंग को लोगों ने तोड़ दिया था। विरोध के कारण अबतक टर्न स्टाइल गेट से पर्यटकों का प्रवेश शुरू नहीं किया गया है। ताज की शुक्रवार को साप्ताहिक बंदी के कारण एक बार फिर प्रवेश द्वाराेें का कार्य एएसआइ ने शुरू करवाया तो हिंदूवादी संगठन विरोध करने पहुंच गए।
स्थानीय लोगों के साथ पहुंच संगठनों के पदाधिकारी मंदिर का रास्ता बंद न करने और बैरिकेडिंग हटाने की मांग करने लगे। मौजूद अधिकारियों ने जब मांग नहीं मानी तो लोग बैरिकेडिंग तोड़ने लगे। इस पर मौके पर एडीएम सिटी केपी सिंह, एसपी सिटी, सीओ ताजगंज भारी पुलिस बल के साथ पहुंंच गए। काफी समझाने के बाद संगठन के सदस्य वहां से वापस लौटे। फिलहाल संगठन के सदस्य कलक्ट्रेट पर जिलाधिकारी से इस संदर्भ में वार्ता कर रहे हैं।