The Explanation: फर्जी शिक्षकों से याराना पड़ा भारी, लापरवाही पर 10 बीईओ से मांगा गया स्पष्टीकरण
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने जारी किया आदेश। मंगलवार को स्पष्टीकरण देने के साथ 20 अगस्त को रखेंगे आनलाइन पक्ष।
आगरा, जागरण संवाददाता। जिले के दस खंड शिक्षाधिकारियों को महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने लिखित स्पष्टीकरण जारी कर मंगलवार तक साक्ष्यों के साथ जवाब मांगा है। साथ ही 20 अगस्त को होने वाली अॉनलाइन मीटिंग में भी उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। यह कार्यवाही फर्जी कागजात से शिक्षक बने अभ्यर्थियों की सेवा समाप्ति की कार्यवाही में बरती गई लापरवाही के बाद बीएसए द्वारा की गई शिकायत के बाद की गई।
स्पष्टीकरण व अॉनलाइन बैठक में शामिल होने का आदेश देने के पीछे महानिदेशक, स्कूल शिक्षा ने कारण भी बताया कि बीएसए राजीव कुमार यादव ने उनकी तमाम लिखित शिकायत की थीं, जिसमें खंड शिक्षाधिकारी उनके आदेश के बावजूद एसआइटी, एसटीएफ द्वारा चिन्हित फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने, मान संपदा पोर्टल पर गूगल फॉर्म पूरित कर अपडेट कराने और कायाकल्प में निर्धारित 14 पैरामीटर पूरा कराने आदि से संबंधित आदेशों का अनुपालन नहीं करा रहे, जिससे शासन द्वारा निर्देशों पर कार्यवाही में गतिरोध पैदा हो रहा है।
इनसे मांगा स्पष्टीकरण
- भुवनेश चौधरी, बीईओ फतेहपुरसीकरी।
- अखिलेश वर्मा, बीईओ जगनेर।
- समर अब्बास जैदी, बीईओ बिचपुरी और खंदौली।
- नीलम सिंह, तत्कालीन बीईओ लोहामंडी, नगर क्षेत्र।
- कमलेश बाबू, बीईओ सैंया।
- ओम प्रकाश यादव, बीईओ अकोला।
- राकेश चौधरी, बीईओ एत्मादपुर।
- ओम प्रकाश अकेला, बीईओ बाह।- बृजराज सिंह, बीईओ शमशाबाद।
- अनिल कुमार, बीईओ बिचपुरी, खंदौली।
बीईओ फतेहपुर सीकरी की राज्यमंत्री में मांगी रिपोर्ट
वहीं पिछले दिनों राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह ने भी बीएसए को पत्र भेजकर खंड शिक्षाधिकारी फतेहपुर सीकरी के खिलाफ मिली अनियमितताओं की शिकायत पर जवाब मांगा था। इसमें लंबे समय से ब्लॉक में तैनाती, उनके कार्य आचरण, कार्य व्यवहार और स्वभाव को विवादित बताते हुए आम लोगों में छवि को ठीक नहीं बताया गया था। साथ ही उनके पांच साल के कार्य आचरण और कार्य व्यवहार, शिकायती पत्र व विभागीय कार्य करने की क्षमता का विवरण मांगा था। जिसके लिए बीएसए ने पूरी वस्तु स्थिति से उन्हें अवगत कराया कि पिछले दिनों उन्हें एडी बेसिक के जांच और संस्तुति के आधार पर निदेशक बेसिक शिक्षा ने गैर जिले में स्थानातंरित किया था, वहां उन्होंने ज्वाइनिंग नहीं की। इसके बाद उनका तबादला आदेश आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया गया।