रोक के बावजूद टीटीजेड में चोरी छिपे जल रहा कोयला, आगरा में अब होगी कड़ी कार्रवाई
टीटीजेड प्राधिकरण के चेयरमैन बोले कोल डिपो में कमियां मिलने पर निरस्त किए जाएंगे लाइसेंस पेठा इकाईयों को होगी गैस की आपूर्ति। कूड़े का ठीक से किया जाए निस्तारण जलाने वालों पर होगी कार्रवाई। डीएम को साप्ताहिक रिपोर्ट भेजी जाएगी।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा हो या फिर मथुरा, फिरोजाबाद, एटा, हाथरस, भरतपुर राजस्थान। इन जिलों में पेठा इकाइयों व अन्य में कोयला जलाने पर पूरी तरह से रोक लग गई है। कोयला जलाते हुए पाए जाने पर संबंधित इकाई संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नरी में आयोजित ताज ट्रेपेजियम जोन (टीटीजेड) प्राधिकरण के चेयरमैन अमित गुप्ता ने बैठक में दिए। टीटीजेड प्रदूषण (निवारण तथा नियंत्रण) प्राधिकरण की बैठक में उन्होंने कहा कि पेठा इकाइयों को पर्याप्त गैस उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए संयुक्त बैठकें की जाएं। कोल डिपो की जांच कराई जाए। अगर दस्तावेज नहीं मिलते हैं तो ऐसी इकाइयों का लाइसेंस निरस्त किया जाए। वहीं डीएम और नगरायुक्त को कूड़ा जलाने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई के आदेश दिए।
चेयरमैन ने कहा कि नगर निगम, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पुलिस-प्रशासन की संयुक्त टीमों का गठन किया जाए। यह टीमें पेठा इकाइयों का नियमित अंतराल में निरीक्षण करेंगी। डीएम को साप्ताहिक रिपोर्ट भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित पालीथिन और प्लास्टिक की धरपकड़ के लिए अभियान चलाए जाएं। साथ ही लोग, इनका प्रयोग कम से कम करें। इसके लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए। वहीं कूड़ा जलने से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को बताया जाए। विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। डीएम आगरा प्रभु एन सिंह, डीएम फिरोजाबाद चंद्र विजय सिंह, डीएम मथुरा नवनीत सिंह, अपर आयुक्त प्रशासन साहब सिंह, नगरायुक्त निखिल टीकाराम, एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया मौजूद सहित अन्य मौजूद रहे।
शुरू किया जाए डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन : चेयरमैन अमित गुप्ता ने कहा कि टीटीजेड में आने वाली सभी नगर पंचायतों, नगर पालिका परिषदों, नगर निगमों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू किया जाए। कूड़ा निस्तारण का प्लांट बंद है तो उसे चालू कराया जाए। इसकी जानकारी सप्ताह भर में भेजनी होगी।
मेडिकल वेस्ट के उठान की हो क्रास चेकिंग : सात जिलों में मेडिकल वेस्ट के उठान की क्रास चेकिंग की जाएगी। यह कार्य विकास प्राधिकरण, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर की संयुक्त टीम करेगी। किसी जिले में अगर वेस्ट निस्तारण का प्लांट नहीं है तो इसका प्रस्ताव तैयार कराया जाए। मथुरा में प्लांट बंद होने पर उसे फिर से चालू कराने के आदेश दिए गए।
तेजी से शिफ्ट की जाएं ट्रांसपोर्ट इकाइयां : यमुना किनारा रोड स्थित ट्रांसपोर्ट इकाइयों को तेजी से टीपी नगर में शिफ्ट कराया जाएगा। इससे जाम से राहत मिलेगी। आरटीओ कार्यालय और व्यापार कर विभाग में पंजीकरण के स्थान के बदले अन्य स्थल पर इकाई संचालित हो रही है तो संचालक को दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। यमुना किनारा रोड पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाए। नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की जाए।
हाईवे की ठीक से नहीं हो रही सफाई : टीटीजेड प्राधिकरण के चेयरमैन ने मथुरा और फिरोजाबाद में नेशनल हाईवे-19 की ठीक से सफाई न होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि रोड के किनारे मिट्टी न उड़े, इसके लिए नियमित अंतराल में पानी का छिड़काव कराया जाए। जरूरत के हिसाब से घास या फिर टाइल्स लगाई जाए। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निरक्षण कर जुर्माना लगाने के आदेश दिए।