Accident With Policeman: ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी का रेलवे ट्रैक पर मिला शव
Accident With Policeman फोर्ट रेलवे स्टेशन के आउटर पर मिली लाश। सुबह छह बजे से बिजलीघर चौराहे पर थी ड्यूटी।
आगरा, जागरण संवाददाता। फोर्ट रेलवे स्टेशन पर बुधवार की सुबह ट्रैफिक पुलिस के हैड कांस्टेबिल का शव मिलने से सनसनी फैल गयी। उनकी बिजलीघर चौराहे पर सुबह ड्यूटी थी। साथी पुलिसकर्मी से वह फ्रेश होने की कहकर गए थे। कुछ देर बाद उनका शव रेलवे लाइन पर मिला। जानकारी होने पर एसएसपी बबलू कुमार समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
मूलरूप से मैनपुरी निवासी अशोक कुमार (48 वर्ष) वर्ष 1997 बैच के सिपाही थे। वह परिवार के साथ पुलिस लाइन में रहते थे। वह ट्रैफिक पुलिस में हैड कांस्टेबिल थे। अशोक कुमार की ड्यूटी दाे दिन से बिजलीघर चौराहे पर लगी थी। बुधवार सुबह छह बजे वह ड्यूटी पर पह़ुंचे। साथी पुलिसकर्मी जितेंद्र पाल के साथ बातचीत के बाद काफी देर तक चौराहे पर चहलकदमी करते रहे। इसके बाद वह जितेंद्र पाल से फ्रेश होने की कहकर चले गए। इस दौरान यातायात निरीक्षक विजय सिंह ड्यूटी चेक करने पहुंचे।
उन्होंने जितेंद्र पाल से अशोक कुमार के बारे में जानकारी की। साथी पुलिसकर्मी ने अशोक के फ्रेश होने को जाने की बताया। इसी बीच लोगों ने रेलवे लाइन पर पुलिसकर्मी का शव पड़ा होने की सूचना दी। चौराहे पर मौजूद पुलिसकर्मी फोर्ट रेलवे लाइन की ओर दौड़ पड़े। अशोक कुमार का शव मंटोला- काजीपाड़ा रेलवे लाइन के बीच पटरियों पर पड़ा मिला। फोर्ट रेलवे स्टेशन से सुबह 7:20 बजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुजरी थी। आशंका है कि उसी की चपेट में आकर हैड कांस्टेबिल की मौत हुई। घटना की जानकारी होने पर एसएसपी बबलू कुमार, एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद और एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार मौके पर पहुंच गए। एसएसपी के अनुसार घटना की जांच की जा रही है।
पुलिस विभाग में हैं दोनों बेटे
हैड कांस्टेबिल अशोक कुमार के परिवार के नजदीकी लोगों ने बताया कि उनके दोनों बेटे भी पुलिस विभाग में हैं।एक बेटा कपिल जालौन मे तैनात है। दूसरा बेटा राहुल पुलिस में भर्ती हो चुका है। वह ट्रेनिंग पर जाने वाला है। बेटी का रिश्ता भी तय हो चुका है। उसका मंगेतर भी पुलिस विभाग में है।
तीन दिन की छुट्टी काटकर आए थे
अशोक कुमार ने तीन दिन छुट्टी ली थी। वह 21 से 24 मई तक अवकाश पर गए थे। वह 25 मई को ड्यूटी पर लौट कर आये थे। इसके बाद उनकी तैनाती बिजलीघर चौराहे पर की गयी थी। तीसरे दिन यह हादसा हो गया।
परिवार में मचा कोहराम
हैड कांस्टेबिल की मौत से परिवार में कोहराम है। वह सुबह ड्यूटी के लिए घर से निकले थे। परिवार के लोगों ने बताया कि अशोक काफी हंसमुख स्वभाव के थे। साथी पुलिसकर्मियों के साथ भी उनका व्यवहार दोस्ताना रहता था। अशोक कुमार को साफ वर्दी पहनने का शाैक था। उनकी वर्दी की चमक देखकर उनके साथी भी तारीफ करते थे।