मेट्रो में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी
साइबर शातिरों ने बनाया निशाना 35 हजार रुपये जमा कराने के बाद डिलीट किया लिक्डइन एकाउंट
आगरा, जागरण संवाददाता। मेट्रो रेल कारपोरेशन का फर्जी एचआर बन शातिरों ने युवक को ठग लिया। उसे मैनेजर की नौकरी लगवाने का झांसा दिया और अपने खाते में 35 हजार रुपये जमा कराने के बाद अपना लिक्डइन एकाउंट डिलीट कर दिया। सदर इलाके के रहने वाले सुधांशु ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
सुधांशु ने बताया कि उन्होंने मई में इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म लिक्डइन पर एमपी सिंह नाम के व्यक्ति का प्रोफाइल देखा। उसने खुद को मेट्रो रेल कारपोरेशन में एचआर दर्शा रखा था। उन्होंने एमपी सिंह से नौकरी के बारे में बात की। उसने कहा कि आगरा में मेट्रो का काम चल रहा है। नौकरी के लिए बात करने को अपने साथी रोहित सिघल का नंबर दिया। एमपी सिंह व रोहित ने नौकरी लगवाने के लिए 70 हजार रुपये का खर्चा बताया। 13 मई को 35 हजार रुपये आरोपितों द्वारा बताए गए खाते में उन्होंने ट्रांसफर कर दिए। आरोपितों ने एक महीने में नियुक्ति पत्र दिलाने की कहा।
रकम खाते में ट्रांसफर कराने के दो दिन बाद ही आरोपितों ने अपना लिक्डइन एकाउंट डिलीट कर दिया। उनका मोबाइल नंबर भी अपने मोबाइल में ब्लाक कर दिया। इसके चलते शातिरों से फिर संपर्क नहीं हो सका। सुधांशु ने बताया कि अपने स्तर से छानबीन करने पर पता चला कि आरोपितों ने जिस खाते में रकम जमा कराई थी वह मेरठ के किसी विशाल के नाम है। इंस्पेक्टर सदर अजय कौशल ने बताया कि शातिरों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। आठ माह पहले पिता से हुई थी ठगी
सुधांशु के परिवार के साथ आठ माह में साइबर शातिरों द्वारा की गई यह दूसरी घटना है। इसी साल जनवरी में उन्होंने सुधांशु के पिता को निशाना बनाया था। उनके क्रेडिट कार्ड से करीब एक लाख रुपये निकाल लिए थे, जिसकी शिकायत साइबर सेल में की गई थी।