Cyber Crime: 24 घंटे में 90 हजार पार, नहीं बरतीं ये सावधानियां तो आप भी हो सकते हैं अगला शिकार
Cyber Crime जगनेर के युवक के खाते से डेबिट हो गए 40 हजार रुपये। शमसाबाद के युवक से रिश्तेदार बनकर खाते से निकाले 50 हजार।
आगरा, जागरण संवाददाता। साइबर शातिरों ने जीजा बनकर युवक के खाते से 50 हजार रुपये निकाल लिए। उसके वाट्स एप पर बार कोड भेजकर स्कैन करने की कहा। इसके बाद पिन डलवाकर खाते से रकम निकाल ली। वहीं डौकी में रहने वाले एक गार्ड के खाते से भी कोच्ची में 40 हजार रुपये निकाल लिए गए। जबकि डेबिट कार्ड उसके पास था।
पहली घटना 15 जुलाई को शमसाबाद के गांव भनपुरा निवासी नरेश जादौन के साथ हुई। नरेश के मुताबिक 15 जुलाई की दोपहर में उनके पास एक युवक ने फोन किया। उसने कहा कि मैं तुम्हारा जीजा बोल रहा हूं। तुम्हारे खाते में 25 हजार रुपये डाल रहा हूं। मुझे अपना गूगल पे नंबर और वाट्सएप नंबर दे दो। इससे कि वाट्सएप पर रुपये भेजने का स्क्रीन शाट भेज सकूं। नरेश जादौन ने बताया युवक ने उनके वाट्सएप पर एक बार कोड भेजा। इसे स्कैन करने की कहा। उसे स्कैन करने पर ब्रजेश कुमार का नाम आया। उसमें पहले से ही 25- 25 हजार रुपये की रकम सेव थी। इसके बाद शातिर ने कहाकि अपना पिन लगा दो। उसे लगाते ही उनके खाते दो बार में 25- 25 हजार रुपये निकल गए।
दूसरा मामला 16 जुलाई का है। डौकी निवासी सतेंद्र कुमार का जगनेर की एक बैक में खाता है। वह एक सिक्योरिटी एजेसी में गार्ड हैं। सतेंद्र के मुताबिक मोबाइल पर सुबह सवा सात बजे मैसेज आया कि उनके खाते से 40 हजार रुपये डेबिट हो गए हैं। इससे उनके होश उड़ गए। क्योंकि डेबिट कार्ड उनके पास था। उनके मोबाइल पर किसी का ओटीपी भी नहीं आया था। जो कोई उनसे पूछ करके रकम निकाल लेता। बैंक जाकर जानकारी करने पर पता चला कि यह रकम कोच्ची में निकाली गयी है। सतेंद्र को डेबिट कार्ड का क्लोन करके खाते से रकम निकाले जाने की आशंका है। दोनों पीड़ि़तों ने साइबर सेल से इसकी शिकायत की है।
साइबर शातिरों से बचने के लिए यह रखें सावधानी
आइजी रेंज साइबर सेल के प्रभारी शैलेश कुमार सिंह के अनुसार जरा सी सावधानी और जागरूकता आपको को साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने से बचा सकती हैं। इन बातों का ध्यान रखें
- गूगल पर सर्च किए गए कस्टमर केयर नंबर का इस्तेमाल न करें, धोखा हो सकता है।
- किसी भी समस्या के होने पर बैंक, ई-वॉलेट या अन्य संबंधित की असली वेबसाइट पर ही जाकर कस्टमर केयर नंबर पर ईमेल आदि का इस्तेमाल करें।
- फोन कॉल एसएमएस या अन्य किसी माध्यम से ओटीपी या यूपीआइ और एटीएम पिन किसी के साथ शेयर नहीं करें।
- एसएमएस या वॉट्सएप पर आए किसी लिंक या गूगल फॉर्म (जिस पर किसी कंपनी, बैंक, ई-वॉलेट आदि का नाम हो सकता है) में कोई भी अपनी निजी जानकारी जैसे गूगल, यूपीआइ पिन,एटीएम पिन या बैंक में पंजीकृत मोबाइल नंबर कार्ड नंबर रुपये (रुपये एक, दो, पांच, दस, 20 आदि छोटी रकम हो सकती है) शेयर नहीं करें। छोटी रकम का लालच देकर कोई आपकी निजी जानकारी चुरा सकता है।